शहर में होने वाले आयोजन पर खर्च होंगे 12 से 15 करोड़, पूरे प्रदेश में होंगे 250 करोड़ से ज्यादा
क्या 4.36 लाख महिला कर्मचारी लाडली बहना नहीं है
माही की गूंज, रतलाम।
रतलाम जिले के आशा, आंगनवाड़ी, पंचायत, दैनिक वेतन भोगी, बदली कर्मचारी तथा उनके परिवार जन शिवराज जी की रतलाम यात्रा का बहिष्कार करे । कलेक्टर रतलाम द्वारा आन्गनवाडी कार्यकर्ता , सहायिका की मिटीग लेकर उन पर प्रशासनिक दबाव बनाकर मुख्यमंत्री की सभा के लिये दिशा निर्देश देना घोर आपत्तिजनक एवम अनुचित है । यह बात पूर्व विधायक और प्रदेश कांग्रेस महासचिव पारस सकलेचा ने जारी विज्ञप्ति मे कही । सकलेचा ने कहा कि परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, 15 मार्च से अपनी मांगों के लिए हड़ताल पर थे । मुख्यमंत्री जी ,जो इस विभाग के मुखिया है उन्होंने संयुक्त मोर्चा से मिलने से इनकार कर दिया और प्रशासन ने दबाव डालकर 2 अप्रेल को हड़ताल स्थगित करवा दी । शिवराज जी वोट के लिए लाडली बहना का गीत गा रहे लेकिन दूसरी ओर 2.3 लाख से अधिक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका को उनका उचित मानदेय नहीं दे रहे हैं । सकलेचा ने कहा आशा कार्यकर्ता का अपने मानदेय को लेकर पिछले 21 दिनो से प्रदेश व्यापी धरना चल रहा है । उन्है मात्र ₹2000 मानदेय प्रतिमाह दिया जा रहा है , जबकि अन्य राज्यों में ₹ 8000 से ₹15000 तक मानदेय मिल रहा है । शिवराज जी उनके मानदेय को बढ़ाने की जगह उनके आंदोलन को कुचलने और नौकरी से हटाने की धौंस दे रहे हैं । 6 अप्रेल को आशा कार्यकर्ताओ ने ग्वालियर मे कलेक्टर कार्यालय और सिन्धिया हाउस का घेराव कर 'शिवराज मामा होश में आओ' 'शिवराज की तानाशाही नहीं चलेगी नहीं चलेगी' के नारे लगाए। दूसरी ओर आंगनवाड़ी में पोषण आहार मे माफिया द्वारा पिछले 7 वर्षों में किये गये ₹15000 करोड़ के घोटाले को जांच से बचाने का काम शिवराज जी कर रहे है । जबकि यह विभाग मुख्यमंत्री शिवराज जी के पास है । 23 हजार पंचायत सहायक सचिव 13 मार्च से काम बंद हड़ताल पर है । पिछले बारह साल से मात्र ₹9000 के अल्प वेतन पर काम कर रहे है , और उनकी जायज मांग को भी नहीं माना जा रहा है । शिवराज जी ने उनसे मिलने का समय देने से इंकार कर दिया तथा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रीतेश तिवारी को एक अप्रेल को नौकरी से निकालने का नोटिस दे दिया ।
सकलेचा ने कहा कि शिव "राज" में आंगनवाड़ी, आशा और पंचायत के सभी कर्मचारी परेशान है । जीवन यापन जितना मानदेय और वेतन तक नहीं मिल रहा है । और शिवराज सरकार उनकी मांगों का निराकरण करने के स्थान पर उनका शोषण कर रही है तथा लाडली बहना के आयोजन के नाम पर रतलाम मे ₹12 से ₹15 करोड तथा कुल मिलाकर प्रदेश मे ₹ 250 करोड़ से ज्यादा खर्च करने जा रही है । क्या 4.36 लाख के आसपास आंगनवाड़ी, आशा, पंचायत तथा अन्य विभागो मे कार्यरत स्थायी , अस्थायी एवम मानदेय महिला कर्मचारी लाडली बहना नही है ।सकलेचा ने सभी आंगनवाड़ी , आशा, और पंचायत के कर्मचारियों तथा उनके परिवारजनो से विनम्र अनुरोध किया कि शिवराज जी की सभा का बहिष्कार करे ।