मुख्यमंत्री बताएं कितने दिन में बलात्कारी को फांसी होगी, 8 घंटे तक मासूम 12 किमी भटकती रही
माही की गूंज, रतलाम।
उज्जैन के निर्भया कांड से सिद्ध हो गया है की शिवराज के इवेंट मैनेजमेंट और मॉडल रेम्प शो ने अधिकारियो को बेलगाम और कानून व्यवस्था को फटेहाल कर दिया है। यह आरोप प्रदेश कांग्रेस महासचिव, पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने लगाया। मासूम के बलात्कारी को शिघ्र फांसी दिलाने के बयान पर सकलेचा ने पूछा कि, अभी तक कितनी बच्चीयो के बलात्कारियों को फांसी दिलवाई तथा बताए कि उज्जैन के निर्भया कांड के बलात्कारी को कितने दिन में फांसी दिलवा दी जाएगी। मुख्यमंत्री के संज्ञान मे होगा कि, पिछले 10 साल मे बच्चीयो से बलात्कार के आरोपियों को सजा की सक्सेस रेट मात्र 22% है तथा 100 में से 78 अपराधी बरी हो रहे है।
सकलेचा ने मांग की है कि, महाकाल महलोक जैसे पवित्र, पावन, सिद्धक्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धर्मक्षेत्र में हुई इस शर्मनाक घटना पर गृहमंत्री को नैतिकता के आधार पर तत्काल त्यागपत दे देना चाहिए। सकलेचा ने पुछा कि, रात्रि 2:00 बजे से प्रातः 10:15 बजे तक बच्ची बदहवास घूमती रही। तीन पुलिस थानों के 200 से 300 मीटर के फासलों से गुजरी और 1000 सीसीटीवी कैमरे खंगालने पर एक भी पुलिस अधिकारी रात्रिकालीन गश्त में क्यों नहीं मिला...? एक भी अधिकारी पर जिम्मेदारी तय कर कार्यवाही क्यों नहीं की गई...? महाकाल महालोक के दर्शनार्थ प्रतिदिन आनेवाले डेढ़ लाख तथा पर्व विशेष पर तीन लाख श्रद्धालुओं की सुरक्षा की क्या यही व्यवस्था है...? धर्म और भगवान को राजनीतिक हथियार बनाकर चलाने वाले को जानता विधानसभा चुनाव में सबक जरुर सिखाएगी।