जो वृक्ष इस देश की अर्थव्यवस्था को अडानी के नाम से छांव दिया करता था, आज उस वृक्ष के नीचे देश की 135 करोड़ जनता को लूट खसोट की धूप से तड़पना पड़ रहा है- पारस सकलेचा
माही की गूंज, रतलाम।
केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को राज्यस्तरीय आन्दोल की शुरुआत करते हुए धरना प्रदर्शन किया। शहर कांग्रेस कमेटी ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता विधायक कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में धरना दिया। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह के शहरों में गिरावट के बाद एलआईसी और एसबीआई के निवेश को लेकर कांग्रेस सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन कर रही है। रतलाम में भी कांग्रेस नेताओं ने एसबीआई कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर एलआईसी और एसबीआई के अदानी समूह में निवेश का विरोध किया है।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि, मौजूदा हालात की वजह से एलआईसी के 29 करोड़ पालिसी धारक और एसबीआई के 45 करोड़ खाताधारक चिंतित है । कांग्रेस ने इस स्थिति के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने इन संस्थाओं से जोखिम भरा निवेश करवाया है।
कांग्रेस ने प्रदर्शन के माध्यम से सवाल खड़ा किया कि देश को अडानी, अम्बानी कर्ज लेकर देश को ठुबो रहे है। 40 हजार करोड़ का घोटाला होने पर भी सरकार चुप है। बावजूद इसके मोदी और शाह इन दोनों बेटों पर कार्यवाही नही करते हुए उन्हें पाल रही हैं। विधायक भूरिया ने कहा रंगा और बिल्ला अपनी मनमर्जी कर रहे है। जबकि अम्बानी और अडानी पर कार्यवाही कर उन्हें जेल में डालना चाहिए।
पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने कहा, जो वृक्ष इस देश की अर्थव्यवस्था को अडानी के नाम से छांव दिया करता था, आज उस वृक्ष के नीचे देश की 135 करोड़ जनता को लूट खसोट की धूप से तड़पना पड़ रहा है। प्रदर्शन को शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, शांतिलाल वर्मा, सहित कांग्रेस नेताओं ने सम्बोधित किया। बाद में राज्यपाल के नाम ज्ञापन शहर एसडीएम कृतिका भिमावत ने धरना स्थल पर पहुंच कर लिया।