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सराफा व्यापारी के साथ हुई लूट की घटना में पुलिस को मिली बड़ी सफलता
लूट की संपत्ति सहित 11 आरोपी गिरफ्तार, लूट में उपयोग हुई झाबुआ जिले की कार
माही की गूंज, रतलाम।
जिले के एसपी भले ही बदल गए हो लेकिन रतलाम जिले में न अपराधी रुक रहे हैं न पुलिस जो किसी भी अपराध को ट्रेस करने में देरी नही कर रही। रतलाम पुलिस की तारीफ करना होगी कि वो लगातार आपराधियो के हौसले तोड़ने में कामयाब हो रही है। 31 जनवरी को थाना माणक चौक क्षेत्र में सराफा व्यापारी प्रियेश शर्मा पिता कैलाश चन्द्र शर्मा (35) निवासी 17 बालाजी नगर रतलाम के साथ अज्ञात लोगों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। जिसकी सूचना पीड़ित द्वारा थाना माणक चौक में सूचना दी गई थी।
पीड़ित व्यापारी के अनुसार, 31 जनवरी को दिन में करीबन ढ़ाई बजे पीड़ित अपने ड्राईवर गिरीराज सौलंकी के साथ स्विफ्ट कार क्रमांक एमपी 09 सीजेड 3114 से व्यापार के सम्बंध मे धार गये थे। धार से काम करके रात्रि मे 9 से 10 बजे के बीच वापस रतलाम के लिये निकले थे। जैसे ही वे रात्रि मे करिबन 11 बजकर 15 मिनट पर ग्राम करमंदी जैन मन्दिर के पास में पहुंचे, हमारे सामने से एक सिल्वर ग्रे रंग की स्विफ्ट डीजायर जैसी दिखने वाली गाडी आई ओर अचानक हमारे सामने अडा दी और हमको रोक लिया। तभी पीड़ित ने जब पीछे देखा तो एक मेहरून रंग की गाडी भी पीछे खड़ी थी। आगे वाली गाडी मे से तीन लोग उतरे जिनके हाथ मे लकडी डंडे लिये हुए थे और आते ही हमारी गाडी मे मार कर कांच फोड दिये और मेरी साईड का कार का फाटक खोलकर मुझे मां-बहन की गालिया देते हुए गोल्ड रंग का पिस्टल जैसा दिखने वाला कुछ दिखाकर बोले, गाडी मे क्या है ओर मेरी कार मे मेरी सीट के आगे मेरे पास मे रखा काले रंग का बैंग जिसमे करीबन 9 लाख रुपये नगदी, 2 सोने के कंगन एवं मेरा पर्स जिसमे रखे मेरे आईडी प्रुफ कागजाद रखे थे जो लुटकर वापस उनकी गाड़ी में बैठकर ग्राम करमंदी गाव तरफ भाग गये। पीड़ित डर के जल्दी से घर पहुंच गया था। पीडित ने बताया कि, मुझे लगता है कि जो पीछे सियाज़ गाडी थी वो भी उन्ही लोगे के साथ मे थी। घटना की सूचना पर तत्काल थाना माणकचौक में अपराध क्रमांक 43/22 धारा 392, 341, 294, 427, 34 भादवि का पंजीबद्ध किया गया।
मामले की जांच के लिए 26 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया। पुलिस के पास आरोपियों की गाड़ी के रंग, आरोपियों के हुलिये ये अतिरिक्त कोई अन्य जानकारी नहीं थी, जिस कारण घटना को ट्रेस करने की चुनोती थी, आरोपियों की तलाश हेतु 3 विभिन्न टीमों का गठन किया गया। जिसमे सभी टीमों को वैज्ञानिक आधार पर पताराशी व साक्ष्य संकलन हेतु टास्क का निर्धारण किया गया। पुलिस द्वारा इस प्रकार घटना करने वाले करीब 25 से अधिक अपराधियों से पूछताछ की व जांच में रतलाम, झाबुआ, उज्जैन, इंदौर आदि स्थानो पर अज्ञात आरोपीओ की तलाश की जाकर मुखबिर तंत्र की सहायत प्राप्त की गई। पुख्ता सुरागो के आधार पर पुलिस द्वारा आरोपी अजय उर्फ अज्जु पिता राजेश जाट (22) निवासी मुंदडी थाना बिलपांक को राउंड उप किया गया जिसके द्वारा घटना करना स्वीकार की जिसे गिरफ्तार किया गया।
इस प्रकार वारदात को दिया अंजाम
आरोपी अजय उर्फ अज्जू द्वारा पूछताछ में बताया कि, उसके परिचित यशवंत उर्फ युग निवासी बालाजी नगर द्वारा बताया गया की उसके घर के सामने रहने वाला फरियादी/पीड़ित प्रियेश शर्मा सोने चाँदी का व्यापार करता है। जो ऑर्डर पर सोने, चाँदी के गहने बना कर अपनी गाड़ी स्विफ्ट से ड्राईवर के साथ अकेला बाहर डिलीवेरी देने आता जाता रहता है और शाम को व्यापार कर के वापस घर आते समय अपने साथ बड़ी मात्रा में नगदी लाता है। हम उसकी रेकी कर के किसी हथियार के दम पर डरा धमका कर पैसे छुड़ा सकते है। जिस योजना में कार्तिक उर्फ शेलु पिता रामप्रसाद पाटीदार (22) निवासी करमदी रोड रतलाम, सुनिल उर्फ श्याम पिता भागीरथ मचार (22) निवासी होमगार्ड कालोनी रतलाम, तरुण पिता कमल पडियार (21) निवासी होमगार्ड कालोनी रतलाम, मोहित पिता राजेश राठौर निवासी मालीकुआ रतलाम, विशाल पिता कन्हैयालाल धाकड (21) निवासी बांगरोद थाना नामली , कुलदीप पिता दिनेश जाट (22) निवासी धमोत्तर चौकी बांगरोद थाना नामली, नारायण उर्फ डेविड पिता रमेश धाकड (21) निवासी निवासी बांगरोद थाना नामली, भावेश पिता ललित द्विवेदी (30) रतलाम को भी शामिल हुए। घटना में योजना अनुसार वारदात को अंजाम देने के लिए एक पिस्टल कार्तिक पाटीदार व एक पिस्टल अजय उर्फ अज्जू लेकर आया व कान्हा उर्फ जितेन्द्र पिता भंवरलाल जाट प्रथक से एक पिस्टल लाया। कुलदीप जाट ने दो फोर व्हीलर गाड़ी स्विफ्ट डिसाइर एमपी 45 सी 2901 व मैरून रंग की मारुति सियाज़ एमपी 04 केजी 3447 की व्यवस्था की। रेकी हेतु मोटर साइकल का प्रयोग किया गया। योजना मुताबिक सोमवार को रात करीबन 10 बजे आरोपीगण करमदी में मिले और योजना मुताबिक सियाज़ गाड़ी में 5 आरोपी करमदी चौराहे पर खड़े थे और कार्तिक की होंडा शाइन मोटर साइकल पर भावेश व तरुण परिहार को सालाखेड़ी तरफ रोड पर नज़र रखने के लिए भेजा गया। सिल्वर रंग की स्विफ्ट गाड़ी में 5 आरोपी बैठे कर जैन मंदिर इमली के पेड़ के नीचे खड़े होकर फोन पर इशारा मिलने का इंतज़ार करने लगे। जैसे ही मोटर साइकल वाले ने गाड़ी आने की सूचना दी, आरोपियों ने अपनी गड़िया फरियादी प्रियेश की गाड़ी के आगे और पीछे लगा दी। फरियादी प्रियेश की गाड़ी रुकने पर सभी आरोपी अपनी गाड़ी से उतरे और फरियादी प्रियेश के गाड़ी के काँच तोड़ दिये और और प्रियेश के सिर के पास पिस्टल अड़ा कर उसक बैग छुड़ा लिया और बैंग मिलने के बाद सब लोग तुरंत अपनी गाड़ी में बैठ कर करमदी गाँव से रानीसिंह गाँव की ओर भागे। पतरासी पर सभी को प्रकरण में आरोपी बनाया जाकर गिरफ्तारी की गई है।
11 आरोपी गिरफ्तार एक फरार
पुलिस ने लूट के मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि कान्हा उर्फ जितेन्द्र पिता भंवरलाल जाट (20) निवासी मुंदडी थाना बिलपांक फरार है। प्रकरण में आए नए तथ्यों के आधार पर पुलिस ने धारा 395, 397, 120 - बी भादवि धारा 25, 27 आर्म्स एक्ट का इजाफा किया गया है।
पुलिस ने आरोपियों से 7 लाख 68 हज़ार रुपए नगद, सोने का कंगन एक ( 12.05 ग्राम ) कीमती 60 हज़ार रुपए, फरियादी का पर्स मय दस्तावेज़ के साथ घटना में प्रयुक्त वाहन सिल्वर रंग की काले पट्टे वाली मारुति स्विफ्ट डिसाइर एमपी 45 सी 2901 कीमती 5 लाख रुपए, मैरून रंग की मारुति सियाज़ एमपी 4 केजी 3447 कीमती 10 लाख रुपए, होंडा शाइन मोटर साइकल एमपी 43 इएच 7909 कीमती 50 हज़ार रुपए, यामाहा एफजेड मोटर साइकल कीमती 90 हज़ार रूपए, दो देसी पिस्टल मय 2 राउंड कीमती 50 हजार रूपए, 6 बांस के डंडे जप्त जप्त किये गए।