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सेमलिया गांव के बालक ने उज्जैन के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान तोड़ा दम
स्वास्थ्य विभाग ने नहीं की पृष्टि
माही की गूंज, रतलाम।
जिले के सेमलिया गांव में 12 वर्ष के बालक की डेंगू से मौत हो गई। मृतक हरिओम पिता विशाल सोलंकी को डेंगू पीड़ित होने पर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां से रतलाम के निजी अस्पताल में ले जाया गया था। बालक की हालत बिगड़ने पर परिजन उसे उज्जैन के निजी अस्पताल में ले गए थे। जहां देर रात उसकी मृत्यु हो गई। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने अब तक डेंगू से मौत होने की पुष्टि नहीं की है।
गौरतलब है कि, नामली स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले सेमलिया गांव में इन दिनों डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार रतलाम जिले में अब तक 299 डेंगू के पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। जबकि निजी अस्पतालों और प्राइवेट क्लीनिक पर उपचार ले रहे मरीजों की संख्या स्वास्थ विभाग के आंकड़ों से अधिक है।
मृतक की जांच रिपोर्ट
मृतक के परिजन ने बताया कि, तेज बुखार की शिकायत होने पर पहले हरिओम का निजी अस्पताल में उपचार करवाया गया था। जिसके बाद जिला अस्पताल में बालक को भर्ती किया गया था। जहां तबीयत में सुधार नहीं होने पर उसे रतलाम के एक निजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जहां हरिओम की एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट डेंगू पॉजीटिव आई। लगातार प्लेटलेट्स भी कम हो रही थी। लगातार बिगड़ रही तबीयत को देखते हुए परिजन उसे उज्जैन के निजी अस्पताल ले गए। जहां उसकी मंगलवार रात मौत हो गई।
बहरहाल स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से मौत की पुष्टि नहीं की है लेकिन निजी अस्पताल में मृतक बालक की एंटीजन टेस्ट में डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और उसकी ब्लड रिपोर्ट में भी प्लेटलेट कम होती जा रही थी। मृतक का एलाइजा टेस्ट नहीं किया गया था।