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रतलाम: रावटी में लूट और बुजुर्ग की हत्या की वारदात का पुलिस ने किया खुलासा
चार आरोपी गिरफ्तार, रकम, नगदी भी बरामद, वारदात के दूसरे दिन रावटी जाकर बेची थी रकम
माही की गूंज, रतलाम
बढ़ते अपराध तो रतलाम पुलिस से नियंत्रित नही हो रहे हैं लेकिन अपराधी भी पुलिस की गिरफ्त से बहार नही जा पा रहे हैं। अपराध होने के बाद उसे ट्रेस करने में शायद मध्यप्रदेश में रतलाम जिले की पुलिस नम्बर 1 है। अपराधियों के हौसले इस हद तक बुलंद हैं जिसकी पुष्टि इस बात से ही हो जाती हैं कि, अपराधी इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद अगले ही दिन रावटी पहुँच गए, जो वारदात स्थल से कुछ ही दूरी पर स्थित है। यहाँ जिले के रावटी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नाहरपुरा में शनिवार 5 जून की मध्य रात्री को खेत पर बने मकान के बाहर सो रहे 70 वर्षीय बुजुर्ग की हत्या और डकैती के मामले का खुलासा करने में पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने वारदात में शामिल चार आरोपीयो को गिरफ्तार कर लिया वही एक आरोपी फरार है जिस पर पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित किया है।
शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान एसपी गौरव तिवारी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि, रावटी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम नाहरपुरा में 5 जून की मध्य रात्री को एकांत खेत पर बने मकान के बाहर सो रहे बुजुर्ग सरदार पिता नानिया भूरिया (70) तथा उसकी पत्नी पर हमला कर अज्ञात नकाबपोश बदमाशों द्वारा लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया गया था। घटना हत्या सहित डकैती की होकर अत्यंत गंभीर मामले की जांच के दौरान पुलिस ने डकैती सहित हत्या के अपराध में शामिल आरोपियों में से तेरू पिता रामचन्द्र भूरिया (22) निवासी ग्राम नाहरपुरा थाना रावटी, गुड्डु उर्फ गुड्डा, हकरू पिता वालु निवासी ग्राम जानकरा थाना बाजना तथा घटना में लूटे गए गहनो को अवैध तरीके से खऱीदने वाले सोनू उर्फ रविन्द्र पिता मोहनलाल (35) निवासी ओसवाल नगर थाना दिनदयाल नगर हाल मुकाम तेजाजी मंदिर के पास इट भट्टा ग्राम रावटी थाना रावटी को गिरफ्तार करने सफलता प्राप्त की है। गिरफ्तार आरोपी से घटना में लूटी गई सोने व चांदी की रकम व नगदी जप्त की गई है। घटना में शामिल फरार आरोपी बाबूलाल पिता जीवा कटारा निवासी सज्जनपुर थाना बाजना की पुलिस द्वारा लगातार तलाश की जा रही है। अपराध में धारा120 (बी), 412 भारतीय दण्ड विधान इजाफा की गई है।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस केे अनुसार आरोपी तेरू पिता रामचन्द्र द्वारा फरियादिया व फरियादिया के पति सरदार को सोने चांदी के गहने पहनते देख उन पर नजर रखता था। मृतक 4 जून को अपने पुराने घर से रूपए लेकर अपने नए घर आया था। जिसकी जानकारी आरोपी तेरु को थी। जिससे आरोपी तेरू को लालच आने पर आरोपी तेरू द्वारा 5 जून को अपने दोस्त गुड्डा उर्फ गुडिया उर्फ सोनू हारी निवासी जानकरा को रतलाम से लेकर नाहरपुरा आया। नाहरपुरा में दोनों ने मिलकर डकेती करने की योजना बनाई। फिर गुड्डा उर्फ सोनू ने अपने बड़े पापा हकरू पिता वालु हारी निवासी जानकरा, जीजा बाबूलाल पिता जीवणा कटारा निवासी सज्जनपुर को रात में नाहरपुरा के माल पर बुलाकर चारों ने फरियादी के घर पर धावा बोल दिया। फिर चारों ने सोने, चांदी व रूपये लेकर जंगल में भाग गए, फिर सुबह चारों आरोपी रावटी आए। रावटी में तेरू ने अपने जान पहचान वाले सोनू उर्फ रविन्द्र पिता मोहनलाल निवासी रावटी को बुलाया। फिर लुटे हुए सोने चांदी के जेवरात आरोपी सोनू प्रजापत को 26 हजार रूपए में बेच दिए। फिर चारों आरोपियों ने 7-7 हजार रूपए आपस में बाँट लिए तथा शेष रूपयों की शराब व खाने-पीने में खर्च कर दिए।