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दो पक्षो में खूनी संघर्ष, कई लोग घायल
मामूली विवाद ने पकड़ा तूल, अचानक भीड़ ने लोगों पर किया हमला, बीच बचाव में आए लोग भी घायल
स्थिति नियंत्रण में, पुलिस ने प्रकरण किया दर्ज, माहौल बिगड़ने की आशंका
माही की गूंज, रतलाम
बीती रात जिले के रानीसिंग के एक फलिए में दो पक्षो के बीच खूनी संघर्ष में कई लोग घायल हो गए, अचानक हुए हमले के बाद लोगो को पहले लुट की आशंका हुई, लेकिन बाद में मामला किसी दो तीन दिन पुराने विवाद को लेकर एक नाराज़ पक्ष ने योजनाबद्ध तरीके से हमला कर कई लोगो को गंभीर चोट पहुँचा दी, बीच बचाव में आए पड़ोसियों को भी भीड़ के रूप में आए हमलावरों ने मारपीट की। देर रात बड़ी संख्या में पुलिस बल ने मौके पर पहुँच कर घायलों को अस्पताल पहुचाया, थाना रावटी में पीड़ित पक्ष की रिपोर्ट पर विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है । हरिराम पिता रणछोड़ गामड रिपोर्टकर्ता ने अपनी रिपोर्ट ने बताया कि, ग्राम लाम्बीसादड़ रानीसिंह में रहता हूँ तथा मैं ग्राम रानीसिंह में लुणा गरवाल की किराए से दुकान लेकर एमपी ऑनलाईन की दुकान चलाता हूँ । मेरी दुकान के पास हीरालाल पिता रणछोड़ गामड निवासी सेतुतपाड़ा का मकान निर्माण का काम चल रहा था । 11 अप्रेल को मैं अपनी दुकान में था तभी रात करीबन सड़े 10 बजे हीरालाल गामड़ के मकान तरफ जोर-जोर से चिल्लाने की आवाज आई तो मैं दौड़कर हीरालाल गामड़ के मकान के पास गया तो देखा वहाँ पर ग्राम उण्डवा थाना बिलपांक के दीपक पिता मागीलाल गुर्जर, संजय पिता मांगीलाल गुर्जर एवं रोशन पिता देवीलाल गुर्जर और अन्य उनके साथी करीबन 10 से 15 लोग एकमत होकर हीरालाल गामड़ व उसके लडके गौरव गामड़ को नंगी-नंगी गालियाँ दे रहे थे और भीलडो को आज तो जान से ही खत्म कर दो कहकर इन लोगो ने हीरालाल व गौरव के साथ जान से मारने की नियत से लट्ठों और लोहे की राड़ एवं तलवार से मारपीट कर प्राणघातक हमला कर दिया । जिससे हीरालाल गामड़ को बाय पैर में, सिर में व उल्टे हाथ में व शरीर में चोटे लगी तथा गौरव गामड़ को सिर में, मुँह में, सीधे हाथ में व शरीर में चोटे लगी । हीरालाल मोके पर ही बेहोश हो गया था । कृष्णपालसिंह सोनगरा ने इन लोगो को मारपीट करने से मना किया तो इन लोगों ने कृष्णपालसिंह सोनगरा के मकान के सामने खिड़की का काँच तोड़ दिए । मौके पर मानसिह गरवाल, हवजी गरवाल, तेजपाल मुनिया, सुन्दर लोहार ने आकर बीच बचाव किया और 100 नम्बर पर फोन कर पुलिस को बुलाया तो ये सभी भागने लगे और भागते हुए बोले कि, आज तो तुम बच गए आईदा कभी मिले तो तुम लोगों को जान से खत्म कर देंगे कहकर जान से मारने की धमकी देकर उनकी मोटर साइकिल व पीकअप में बैठकर भाग गए । हीरालाल व गौरव को 108 एम्बुलेंस से रतलाम अस्पताल ले गए। दीपक गुर्जर व इनके सभी साथी जानते थे कि हीरालाल गामड़ व गौरव गामड जाति के आदिवासी भील हैं फिर भी इन लोगों ने जानबुझकर माँ बहन की नगी-नगी गालियाँ देकर जाति सूचक शब्दो भीलड़ों कहकर अपमानित कर जान से मारने की नियत से मारपीट कर प्राणघातक चोटे पहुचाई हैं । पुलिस ने हरिराम की रिपोर्ट पर आरोपियों पर आईपीसी की धारा 294, 323, 324, 307, 506, 427, 34 और अनुसूचित जनजाति अधिनियम 1989 की धारा 3(1)(द), 3(1)(छ) और 3(2)(वीए) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है ।
माहौल बिगड़ने की आशंका , प्रर्दशन की तैयारी
घटना के बाद ग्राम रानीसिंग के ग्रामीणों में जबरदस्त रोष व्याप्त है , मिली जानकारी के अनुसार उक्त घटना को लेकर प्रर्दशन की तैयारी है जिससे स्थिति बिगड़ने की आशंका है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज को आदिवासी समाज मे विवाह का दौर था जिसको देखते हुए प्रर्दशन को टाला गया हैं जो मंगलवार को संभवित हो सकता है और जान लेवा हमलावरों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की जायेगी, रानीसिंग में अगर स्थिति बिगड़ती है तो भारी पुलिस बल को मोर्चा संभाला पड़ सकता है । घटना के बाद केवल आदिवासी समाज ही नही बल्कि रानीसिंग के सभी वर्गों में भारी रोष व्याप्त है ।