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माही की गूंज, बड़वानी
फरियादिया नेहा उर्फ मारिसा शिंदे ने बड़वानी थाने पर लिखित में शिकायत की थी कि, वर्ष 1992 में उसके पिता गेंदालाल की मृत्यु होने पर नेहा और उसकी बहन पूजा के हिस्से की करोडो रुपए की जमीन को उसके चाचा धन्नालाल एवं पन्नालाल ने तत्कालीन तहसीलदार को झूठी जानकारी देकर गेंदालाल का कोई वारिस नहीं है इसलिए यह जमीन दोनों भाई पन्नालाल और धन्नालाल के नाम कर दी जाए। जबकि वास्तविक में मृतक गेंदालाल की दो पुत्रियां है जिनकी जिस समय पुत्री पूजा 6 वर्ष की एवं मारिसा (नेहा) 7 वर्ष की थी, और उनके पिता के हक़ की जमीन की वास्तविक मालिक थी जो संपूर्ण जांच पर से 26 जून 2020 को पन्नालाल, धन्नालाल एवं जयंत शिंदे के खिलाफ धारा 420 आईपीसी का प्रकरण पंजीबद्ध किया था, उस समय आरोपी जयंत शिंदे का भाई कोरोना पॉजिटिव होने के कारण परिस्थितियों का लाभ उठाकर पन्नालाल फरार हो गया था एवं उसने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जो पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल ने फरार आरोपी पन्नालाल को गिरफ्तार करने के लिए टीआई राजेश यादव को निर्देशित किया था, यादव ने अपनी टीम के आरक्षक विजय रावत ,बलवीर, महिला आरक्षक रेशम, अंतर, योगेश को गिरफ्तारी के लिए रवाना किया। पुलिस टीम ने लगातार मेहनत कर आरोपी पन्नालाल जो खरगोन के एक गांव में छिपा हुआ था वहां से उसे गिरफ्तार किया, गिरफ्तार कर आरोपी को आज माननीय न्यायालय पेश किया गया, जहां से न्यायालय ने इसे जेल भेज दिया है प्रकरण में अनुसंधान जारी है।