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खेल परिसर अनुसूचित जाति के छात्रों को नहीं दिया जा रहा है प्रवेश, दिया ज्ञापन
माही की गूंज, अलीराजपुर।
अलीराजपुर में अनुसूचित जाति के छात्रों को प्रवेश से वंचित किया गया है। विगत कई वर्षों से खेल परिसर की स्थापना के समय से 11 वर्ष से 14 एवं 14 से 16 वर्ष के अनुसूचित जाति के छात्रों को प्रवेश दिया जाता था। जबकि अनुसूचित जाति के छात्रों ने अपनी प्रतिभाओं को राज्य स्तर तर प्रदर्शित कर अलीराजपुर जिले का नाम रोशन किया।
रविदास समाज संगठन के जिलाध्यक्ष शंकर हरवाल ने कहा कि, वर्तमान में मध्यप्रदेश में जनजाति संवर्ग के छात्र-छात्राओं को उनके खेल विधाओं को ध्यान में रखकर प्रवेश दिया जा रहा है। ज्ञात हो कि, उक्त कीड़ा परिसरों में प्रारम्भ से ही 5 से 10% लगभग अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को भी प्रवेश दिया जाता रहा। किंतु इस वर्ष कार्यालय आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग मध्यप्रदेश के पत्र क्रमांक क्रिडा /115/2023/10108 के सन्दर्भ अनुसार अलीराजपुर खेल परिसर में अनुसूचित जाति के छात्रों को प्रवेश से वंचित रखा गया है जोकि घोर निंदनीय है एवं अन्याय पूर्ण है। क्योंकि अलीराजपुर, धार, झाबुआ, बड़वानी जैसे जिले में जनजाति वर्ग के साथ-साथ सुदूर वन्य और पिछड़े क्षेत्र में अनुसूचित जाति के भी लोग बड़ी संख्या में निवास करते हैं। जो कि शैक्षणिक एवं सामाजिक और आर्थिक रूप से जनजातीय वर्ग से भी अधिक पिछड़े हुए हैं। अपनी खेल प्रतिभा निखारने का अनुसूचित जाति के छात्रों को भी अवसर मिलना चाहिए। कीड़ा परिसरों में प्रवेश न देने की स्थिति में यह छात्र कहां जाएंगे। इस सम्बध में कलेक्टर राघवेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा गया। ताकि अनुसूचित जाति के छात्रों को शिक्षा से वंचित ना किया जा सके।
अनुसूचित जाति संयुक्त मोर्चा के आदिवासी कोटवाल समाज के जिलाध्यक्ष मन्ना चौहान, रविदास समाज संगठन के जिला अध्यक्ष शंकर हरवाल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सुरेश मण्डलोई, रमेश सोलकी, प्रताप परमार, राजू सस्तिया, हंसराज किराड, जगदीश किराड, विक्रम बघेल आदि संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारी उपस्थित थे।