कृषि विभाग का आरोप: चौकी प्रभारी ने छोड़ दिया वाहन
पुलिस की सफाई: कृषि विभाग के अधिकारी के कहने पर ही छोड़ा वाहन
माही की गूंज, उदयगढ़।
9 जुलाई की रात लगभग 9 बजे एक पिकअप वाहन क्रमांक एमपी-11-जी-4779 उदयगढ़ के समीप ग्राम आम्बी में तलावद-जुवारी तिराहे पर पलटी खा गया था। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची। इसके बाद कृषि विभाग उदयगढ़ को सूचना दी गई। रात करीब 10.20 बजे वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी संदीप रावत मौके पर पहुंचे। वाहन के अंदर अंकुर किसान बीज उत्पादन सहकारी संस्था मर्यादित ग्राम दसई विकासखंड सरदारपुर जिला (धार) का सोयाबीन किस्म राज सोया-24 भरा हुआ था। यह माल आदिम जाति सेवा समिति टांडा से अंकुर किसान बीज उत्पादन समिति दसई धार जाना था। लेकिन वाहन चालक से पूछताछ करने पर पता चला कि बीज मोडासा (गुजरात) ले जाया जा रहा है। मामला संदिग्ध होने की आशंका के चलते रावत ने वाहन चालक से दस्तावेज मांगे लेकिन वह कोई दस्तावेज नहीं बता पाया। वाहन में 75 बैग निकले, जिसका कुल वजन 22.50 क्विंटल था। जूट के 15 बैग मिले, जिनका वजन 7.50 क्विंटल निकला।
चौकी पर खड़ा किया वाहन, जहां से रात 2.30 बजे छोड़ दिया
घटना स्थल पर कृषि विभाग कानाकाकड़ के अधिकारी, पुलिस चौकी प्रभारी भारतसिंह नायक, जनपद सदस्य प्रकाश जमरा, मुकेश अजनार सहित अन्य ग्रामीणों की मौजूदगी में वीडियोग्राफी कराई गई। इसके बाद सोयाबीन बीज ट्रैक्टर में भरकर पंचनामा बनाया और पिकअप वाहन को पुलिस चौकी कानाकाकड़ के सुपुर्द किया गया। कृषि विभाग का कहना है रात अधिक हो जाने से सोयाबीन बीज पुलिस चौकी कानाकाकड़ के सुपुर्द कर आगे की कार्रवाई अगले दिन करने की बात कहकर कृषि अधिकारी रावत चले गए थे। लेकिन जब वे अगले दिन 10 जुलाई को चौकी पर पहुंचे तो पता चला कि चौकी प्रभारी नायक ने रात में ही 2.30 बजे सोयाबीन और पिकअप वाहन किसी उमेश पाटीदार के हवाले कर छोड़ दिया है। जबकि उनके पास कोई वैध दस्तावेज, बिल और बिल्टी भी नहीं थी।
चौकी प्रभारी मनमर्जी से वाहन छोड़ा
मामले में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी उदयगढ़ संदीप रावत का कहना है कि, सोबयाीन बीज टांडा सोसायटी से दसई के लिए निकला था तो उदयगढ़ क्षेत्र में कैसे पहुंच गया। चालक के पास दस्तावेज नहीं थे। रात होने के कारण चौकी पर वाहन खड़ा किया था। इसी रात में मेरे पास चौकी प्रभारी का फोन आया था, लेकिन मैंने कहा अभी वाहन नहीं है सुबह आऊंगा। मैं अगले दिन चौकी पर पहुंचा तो वाहन नहीं था। चौकी प्रभारी मनमाने तरीके से वाहन छोड़ा। मामले से अब उप संचालक कृषि धार से पत्राचार कर अवगत कराया जा रहा है। जिसका माल था उसे भी पत्र जारी कर रहे हैं।
रावत के कहने पर छोड़ा वाहन
वहीं भारत सिंह नायक चौकी प्रभारी कानाकाकड़ का कहना है कि, मैंने वाहन कृषि अधिकारी रावत के कहने पर छोड़ा। माल का मालिक चौकी पर आया था। मैंने कृषि अधिकारी को फोन कर बुलाया तो कहने लगे इनके पास कागज कम्पलिट है वाहन छोड़ दो। हम तो खुद रात को चौकी पर वाहन लेकर आए थे। इतना ही नहीं हमने कहा था जहां भी यह माल रखवाना है हम रखवा देते हैं चाहे कृषि विभाग कार्यालय हो या उदयगढ़ पुलिस थाना। यह भी कहा था कि चौकी पर रखकर जा रहे हो अगर इनका सेठ आया तो आपको आना पड़ेगा।
मामले में पुलिस अधीक्षक राजेश व्यास द्वारा बताया गया कि, मेरे संज्ञान में अभी मामला आया है जिसकी जांच मैंने जोबट एसडीओपी नीरज नामदेव को दी है जिसमें मैंने उन्हें 48 घंटे (दो दिवस के भीतर) के अंदर जांच कर जाचं प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही उप संचालक सजजन सिंह चौहान ने बताया, मेरे संज्ञान में अभी मामला आया है जिसकी जांच मैंने उन्हेंजांच कर जाचं प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।