
एसडीएम मीना पत्रकारों के प्रति घृणित सोच की शिकार, व्यवहार को लेकर लगातार विवादो में एसडीएम मीना
माही की गूंज, पेटलावद।
नगर के पत्रकारों ने एक आपात सामूहिक बैठक रविवार को रूपगढ़ रोड स्थित पूर्व मुखी हनुमान मंदिर पर आयोजित कर मुख्यमंत्री की सभा को लेकर पेटलावद एसडीएम तनु श्री मीना द्वारा स्थानीय पत्रकारों के साथ किए गए पक्षपात पूर्ण व्यवहार की कड़ी निन्दा कर एसडीएम मीना के विरुद्ध बैठक में सामूहिक निंदा प्रस्ताव पास किया गया, एसडीएम के व्यवहार को लेकर पत्रकारों में रोष व्याप्त है। नगर के पत्रकारों की उपस्थिति में उक्त निंदा प्रस्ताव पास कर भविष्य में इस प्रकार के प्रशासन के निर्णय का कड़ा विरोध ओर शासकीय समाचारों बहिष्कार करने निर्णय भी लिया गया। मामला 12 सितंबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव की सभा का है जहां पत्रकार दीर्घा में बैठने को लेकर पेटलावद एसडीएम तनु श्री मीना द्वारा स्थानीय पत्रकारों को पास जारी करना थे लेकिन एसडीएम मीना द्वारा पत्रकारों को आयोजन से दूर रखने के घृणित प्रयास किए और कई स्थानीय पत्रकारों को सभा के लिए पास जारी नहीं किए। पास नही मिलने को लेकर पीआरओ झाबुआ ने पत्रकारों को एसडीएम के हस्ताक्षर बाकी होने का हवाला देकर गुमराह किया और बाद में कार्यक्रम के ठीक पहले पता चला की जिन पत्रकारों के विरुद्ध पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज थे उनको पास जारी नही किया गया। आयोजन स्थल पर बिना एसडीएम द्वारा जारी पास के पहुंचे पत्रकारों को बहार करने का कथित प्रयास एसडीएम मीना द्वारा किया गया जिसका विरोध करते हुवे समस्त पत्रकारों ने कार्यक्रम का बहिष्कार करने की बात कही जिसके बाद पीआरओ और कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद सभी पत्रकारों को बैठने की अनुमति दी गई। एसडीएम के द्वारा पत्रकारों के साथ जान बूझकर इस प्रकार की घटिया हरकत की गई जबकि मंच मौजूद कई जनप्रतिनिधियों, ड्यूटी पर तैनात कई कर्मचारियों और मुख्यमंत्री से मिलने और स्वागत करने वाली सूची में कई लोगो के विरुद्ध पुलिस प्रकरण दर्ज है। लेकिन एसडीएम मीना ने केवल पत्रकारों को निशाना बना कर अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दिया है, जिसकी पत्रकारों ने कड़ी निन्दा कर एसडीएम के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पास किया हैं। बैठक में वरिष्ठ पत्रकार सत्यनारायण शर्मा, हरिशंकर पवार, मनोज पुरोहित, वीरेंद्र भट्ट सहित जीतेश विश्वकर्मा, निर्मल व्यास, मुकेश सिसोदिया, हरीश राठौर, सत्यनारायण गौड़, राकेश गेहलोत, प्रकाश पडियार, लोकेंद्र सिंह परिहार, गोपाल राठौर, तन्मय चतुर्वेदी, तरुण चौधरी, चंदू राठौर, धर्मेद्र सोनी, ओपी मालवीय, दीपक निमजा, शब्बीर मंसूरी, राजू ठाकुर, राकेश डूंगरवाल उपस्थित रहे। इस दौरान पत्रकारों ने अन्य विषयो पर चर्चा कर महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए।