माही की गूंज, शुजालपुर।
शुजालपुर की जनता टोलकर्मियों की मनमानी के आगे बेबस हैं। टोलकर्मी वाहन संचालक से बीच रोड पर स्टील चद्दर की गुमटी व हाथ में लकड़ी लेकर कर रहे अवैध वसूली कर रहे है। यातायात को सुरक्षित व सुगम बनाने के लिए बने हाईवे पर सुविधाओं के नाम पर टोल टैक्स लिया जाता है, लेकिन कर्मचारी अवैध वसूली कर रहे हैं।
ऐसी ही स्थिति शुजालपुर-सारंगपुर मार्ग के ग्राम अजनई के पास देखने को मिलेगी। वाहनों पर फास्टैग लगा होने के बावजूद जबरन स्टील चद्दर की गुमटी व साइड में 8 लोहे का ड्रम बीच सड़क पर रख कर नकदी वसूली की जा रही है। कर्मचारीयो द्वारा मनमानी से टोल कंपनी को लाखों का चूना लग रहा है। नकद भुगतान का विरोध करने पर चालकों से अभद्रता कर टोल कर्मी मारपीट पर भी आमादा हो जाते हैं। शुजालपुर-सारंगपुर मार्ग पर गड्डे ही गड्डे मिलेंगे, वही दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए है।
वाहन चालक गबबर खान ने बताया कि, उनके वाहन पर फास्टैग लगा हुआ है। टोल बूथ से वे 10 किलोमीटर के दायरे में ही रहते हैं उसके बावजूद जबरन उनसे नकद पैसे लिए गए। विरोध करने पर परेशान किया जाता है।
एक अन्य वाहन चालक ने बताया कि, सादे कपड़े में मौजूद रहने वाले टोलकर्मियों ने उनसे जबरन नकद भुगतान लिया और रसीद मांगने के बाद भी नहीं दी। तकरीबन एक घंटे तक टोल प्लाजा पर मौजूद रहने के दौरान टोलकर्मियों के मनमाने रवैये से चालकों को परेशान होते देखना आम बात है।
स्थानीय निवासी हसीन खा ने बताया कि, 24 घंटे टोल प्लाजा पर अवैध वसूली की जाती है। विरोध करने पर मारपीट की जाती है। वसूली के संबंध में टोल मैनेजर से बात करने का प्रयास किया गया तो कर्मियों ने बताया कि मैनेजर इस समय मौजूद नहीं हैं।
ट्रक यूनियन ने ने टोल टैक्स वसूली का किया विरोध
शुजालपुर के वाहनों से टोल वसूली पर ट्रक यूनियन संगठन के कार्यकर्ता बुधवार को नाराज हो गए। वही अजनाई टोल टैक्स पर जाकर इसका विरोध किया और बोला कि, हम 10 किलोमीटर के दायरे में आते हैं हमारी गाड़ियों का दिन में 4 राउंड लगता है। ऐसे में 280 रुपए एक बार के देंगे तो हमारे लिए क्या बचेगा। मगर टोलकर्मी अपनी मन मर्जी से बाज नही आ रहै है और मारपीट करने तक उतारू हो रहे है।
यूनियन अध्यक्ष अतुल अग्रवाल के साथ आम जनता का कहना है कि, स्थानीय लोगों से टोल टैक्स की वसूली बंद करने की मांग की गई है। भीड़ देख अकोदिया थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह देवड़ा ने मोर्चा संभाला व पब्लिक को शांत किया और वही टोल कर्मी को भी समझाई दी गई कि, वह यह चद्दर की गुमटी व ड्रम साइड से रख दे जब आपको व्यवस्था ठीक तरीके से हो जाए तब जनता से टोल टैक्स वसूला जाए। आप इस चद्दर की गुमटी में टोल टैक्स नहीं ले।
मई महा में टोल शुरू कर दिया गया है। टोल प्लाजा के कर्मी 8 किलोमीटर के वाहनों से भी टोल टैक्स के रूप में निजी व कामर्शियल वाहन से वसूल रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि, स्थानीय वाहनों से टैक्स वसूली टोल प्लाजा के कर्मियों की मनमानी को साबित करता है। जिले से पंजीकृत वाहन के स्वामी जब टैक्स देने में आनाकानी करते हैं तो वसूली में लगे कर्मी उनसे झगड़ा व मारपीट करने तक पर उतारू हो जाते हैं। ग्रामीणों ने कहा कि, जहां भी टोल प्लाजा स्थापित है, वहां स्थानीय व पास के वाहनों को सहूलियत मिलती है। जिला प्रशासन इस प्लाजा पर भी वही नियम लागू कराए। स्थानीय वाहन स्वामियों के आधार कार्ड व जिले से पंजीकृत वाहन नंबर को देखकर आने-जाने की अनुमति दिलाई जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो शुजालपुर वासी की अनिश्चित धरने के लिए बैठेंगे।
उक्त टोल के एक कर्मी जादोन ने बताया कि, ये जो टोल हे ये सिर्फ कामर्शियल वाहनो के लिए हैं बाकी अन्य वाहनों के लिए नही है। जिसकी विज्ञप्ति हमारे द्वारा पेपरों में छपवा दी गई है।