खेल सामग्री खरीदी में अनियमित्ता, जिला शिक्षा केंद्र पर तैनात कर्मचारियों में हड़कंप
माही की गूंज, रतलाम।
झाबुआ जिले में खेल सामग्री मामले हो रही कार्रवाई के बाद रतलाम जिले में खेल सामग्री सप्लाई में खेल होने की आशंका व्यक्त की जारी है। झाबुआ जिले में सांसद गुमानसिंह के करीबियों के द्वारा सप्लाई करने की चर्चा हो रही है, जिसके बाद रतलाम जिला भी इस मामले में रडार पर है। झाबुआ में सरकारी स्कूलों में खेल सामग्री खरीदी में अनियमित्ता का खेल होने पर कलेक्टर सोमेश मिश्रा द्वारा 3 सप्लाय फर्म को ब्लैक लिस्टेड के साथ 2 बीआरसी और 9 जनशिक्षकों को निलंबित की कार्रवाई पश्चात रतलाम जिला मुख्यालय पर हड़कंप व्याप्त है। हड़कंप के पीछे प्रमुख कारण यह है कि, मापदंडो के विपरित जनशिक्षा केंद्र के कर्मचारियों ने दबाव बनाकर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया।
जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम को मामला संज्ञान में है और जल्द ही स्कूली बच्चों की खेल सामग्री खरीदने में घोटाले करने वालों पर कार्रवाई के साथ नाम उजागर होना तय है। राज्य शिक्षा केंद्र से जिले में संचालित प्राथमिक, माध्यमिक, हाईस्कूल एवं हायरसेकंडरी शालाओं में खेल सामग्री क्रय के लिए अलग-अलग राशि स्वीकृत की थी। डेढ़ माह से जारी सामग्री खरीदने के इस खेल को रतलाम जिला शिक्षा केंद्र में पदस्थ कर्मचारियों ने खेलना शुरू कर दिया। भंडार क्रय नियमों के अतिरिक्ति खेल उपकरणों को खरीदने के लिए जारी विस्तृत दिशा निर्देश के विपरित शासन की राशि को ऐंठने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारियों की संलिप्ता हो सकती हैं, रतलाम जिला मुख्यालय पर शासन के आदेश के विपरीत खंड स्त्रोत समन्वयकों की भूमिका बड़े पैमाने पर संदिग्ध है। उक्त प्रकरण कलेक्टर पुरुषोत्तम को भी संज्ञान में है। सूत्रों के अनुसार कलेक्टर पुरुषोत्तम ने शासकीय स्कूलों में खरीदी गई और खरीदी जा रही नियम विपरित खेल सामग्री की जांच अपने स्तर पर शुरू करवा दी है। संभावना है कि, जल्द ही शासन की आवंटित राशि के विपरित मिलीभगत कर खरीदी गई गुणवत्ताहीन खेल सामग्रियों को लेकर कार्रवाई के साथ जिले के बीआरसी और अन्य अधिकारी-कर्मचारियों के नाम उजागर होंगे। जिला शिक्षा अधिकारी रतलाम ने फिलहाल कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है।