माही की गूंज, धार/गुजरी।
ग्राम गुजरी के सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में नवीन सत्र के प्रारंभ में भैया बहनों के लिए प्रवेश उत्सव मनाया गया। सर्वप्रथम भारतीय संस्कृति अनुसार मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर दीप प्रज्ज्वलित किया गया। मां सरस्वती की वंदना की गई इसके उपरांत आचार्य परिवार भैया-बहन एवं अतिथियों द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। विद्यालय में सकारात्मक ऊर्जा का संचार एवं भैया बहनों की शिक्षा उत्तम हो इस हेतु हवन कुंड निर्माण कर हवन में आहुति डाली गई। विद्यालय के भैया-बहन, आचार्य परिवार प्रधानाचार्य, व्यवस्थापक एवं अन्य अतिथिगण द्वारा हवन कुंड का पूजन कर उसे प्रज्वलित किया गया एवं उसमें आहुति डाली गई। हवन पूजन कर भैया-बहनों को तिलक लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य अखिलेश तिवारी द्वारा बताया गया कि, यह विद्याआरंभ संस्कार हम प्रति वर्ष मनाते हैं इसे आज के समय में प्रवेश उत्सव नाम दे दिया गया है। हमारी संस्कृति की मान्यता रही है कि किसी भी कार्य का आरंभ करते समय उस परमपिता परमात्मा की आराधना की जाती है एवं हिन्दू संस्कृति अनुसार हनुमान चालीसा का पाठ एवं हवन की शुद्ध अग्नि से निकले हुए धुएं से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। जिस परिसर में हम विद्यार्जन कर रहे हैं शिक्षा अर्जन कर रहे हैं उस परिसर का वातावरण सकारात्मक हो नई ऊर्जा का संचार होता रहे। नए शिक्षण सत्र का प्रारंभ हुआ है हम इस हवन पूजन के साथ सभी यह संकल्प लेते हैं आने वाला पूरा वर्ष अब मन लगाकर शिक्षा ग्रहण करेंगे। शिशु मंदिर में केवल शिक्षा ही नहीं दी जाती बल्कि जीवन जीने के संस्कार एवं हमारी संस्कृति कि इस धरोहर को संजो कर रखना इन सभी बातों का ज्ञान विद्यालय से प्राप्त होता है। प्रधानाचार्य द्वारा योग दिवस के विषय में भी बताया गया। इसमें किस प्रकार योग करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है हमें एकाग्रता मिलती है एवं हम कैसे योग से स्वस्थ रह सकते हैं इस विषय पर प्रकाश डाला गया। भैया-बहनों को यह भी बताया गया कि इस योग दिवस का प्रारंभ कब हुआ और किसने किया। अंत में प्रधानाचार्य द्वारा नए शिक्षण सत्र की सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं एवं बधाई दी गई। विद्यालय के व्यवस्थापक रामेश्वर शर्मा द्वारा भी भैया-बहनों को नए सत्र की शुभकामनाएं दी गई।