अंतिम समय में आंधी ने हड़काम मचाया
माही की गूंज, आम्बुआ।
18वीं लोकसभा हेतु प्रदेश के चौथे तथा अंतिम चरण का मतदान लोकसभा रतलाम के विधानसभा जोबट क्षेत्र के कस्बा आम्बुआ में मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुए। हालांकि अंतिम समय में लगभग 4:30 बजे से तेज आंधी तथा बूंदाबांदी ने तथा बिजली गुल हो जाने से अफरा तफरी का माहौल बन गया। मतदान दलों को मोबाइल की लाइट से काम करना पड़ा। आम्बुआ के चारों मतदान केंद्र क्रमशः 222, 223, 224, 225 पर मतदान शांतिपूर्वक संपन्न होने के समाचार है।
मिली जानकारी के अनुसार आम्बुआ में सुबह 7 बजे से ही मतदान केंद्रों पर भीड़ जुटना प्रारंभ हो गई थी। भीषण गर्मी को देखते हुए हर कोई सुबह ठंडक में मतदान करना चाह रहा था। विशेष कर महिलाओं की भीड़ अधिक देखी गई। कस्बा क्षेत्र के मतदान केंद्र 222 पर दोपहर 11-12 बजे भीड़ कम हो गई तथा इक्का दुक्का मतदाता आते रहे इधर शाम 4:30 बजे अचानक मौसम बदलाव और तेज हवा आंधी चलने से अफरा-तफरी का माहौल हो गया। 5:45 बजे से हल्की बूंदाबांदी होने लगी, आंधी के कारण बिजली गुल हो जाने से मतदान केदो पर बिजली ठप हो जाने से मोबाइल की रोशनी में मतदान तथा अन्य कार्य संपन्न किए गए। आम्बुआ मतदान क्रमांक 222 पर 66.86% , 223 पर 70.89% , 224 पर 63.36% , 225 पर 61.15% प्रतिशत मतदान होने की खबर है।
देश भक्ति ऐसी की विदेश से मतदान करने भारत पहुंचा युवक
भारतीय लोकतंत्र हिंदुस्तान की आत्मा है लोकतंत्र हेतु जब देश में चुनाव होते हैं तब चुनाव आयोग तथा राजनीतिक पार्टीयां देश हित में अपने मताधिकार का उपयोग करने की अपील करते हैं। जिसका असर देश में ही नहीं अपितु विदेशों में बैठे भारतीयों को भी इस महान यज्ञ में आहुति देने भारत में खींच लाती है।
भारतीय लोकतंत्र में मतदान का अधिकार प्रत्येक वयस्क भारतीय को मिला है। यही कारण है कि विधानसभा हो या लोकसभा चुनाव हो चुनाव आयोग तथा राजनीतिक दलों सामाजिक संगठनों के आव्हान पर सब खींचे चले आते हैं। विदेशों में रहने वाले अनेक मतदाता भी देश प्रेम की डोर में बंधे रहकर भारत आ जाते हैं। ऐसे ही एक युवक मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के छोटे से कस्बे के रहने वाले मोहम्मद अली पिता अशगर अली बोहरा (आम्बुआ वाला) भी कुवैत से लोकसभा चुनाव में मतदान करने हेतु विगत एक सप्ताह से आया हुआ था। जिसने 13 मई को अपना मताधिकार का उपयोग कर देश की प्रगति में अपना अमूल्य मत देकर देशभक्ति का संदेश दिया।