माही की गूंज, खरगोन।
जिले में बिस्टान रोड़ स्थित स्टेडियम मैदान में नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर में 5 बच्चों को मेनिंगोकोकल की खुराक देकर वैक्सीन की शुरुआत हुई है। मेनिंगोकोकल रोग किसी को भी हो सकता है, लेकिन यह 1 वर्ष से कम उम्र के शिशुओं में सबसे आम है। शिशुओं की तुलना में किशोरों में संक्रमित होने की संभावना कम होती है, लेकिन किशोरावस्था में बीमारी का स्तर 11 साल की उम्र से शुरू होता है और 19 साल की उम्र के आसपास चरम पर होता है।
माता-पिता को अपने बच्चों को मेनिंगोकोकल टीके लगवाने चाहिए। बच्चों को मेनिंगोकोकल रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया से बचाता है। बच्चों के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की परत के संक्रमण के साथ-साथ रक्तप्रवाह संक्रमण से बचाता है। साथ ही मेनिंगोकोकल का टीका बच्चों को दीर्घकालिक विकलांगता से भी बचाता है। मेनिंगोकोकल रोग एक जीवाणु से होने वाली गंभीर बीमारी है। इससे मेनिनजाइटिस हो सकता है, जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी का संक्रमण है, और यह रक्त संक्रमण का कारण भी बन सकता है। संक्रमण से मृत्यु या आजीवन विकलांगता हो सकती है।