माही की गूंज, उदयगढ़।
आगामी लोकसभा चुनाव को निष्पक्ष रूप से संपादित करने के लिए जिले में सभी विभागों, योजनाओं, मिशन आदि में कार्यरत ऐसे अधिकारी और कर्मचारी जो 3 वर्ष से अधिक अवधि से जिले में पदस्थ है की विस्तृत जानकारी राज्य शासन द्वारा मंगवाई जाने की जानकारी मिली है। जिले में चल रहे स्वच्छ भारत मिशन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और दूसरी योजनाओं आदि में पिछले 10 वर्षो से अधिकारी और कर्मचारी एक ही स्थान पर जमे हुए हैं। इस कारण से समय-समय पर इन अधिकारियों और कर्मचारियों पर चुनाव के दौरान पार्टी विशेष के लिए काम करने के आरोप लगते रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि, लोकसभा चुनाव के पहले ऐसे सभी योजनाओं, मिशन के कर्मचारियों को जो कि लंबे समय से जिले में पदस्थ हैं का स्थानांतरण अन्य जिलों में करवाया जाए, ताकि निर्वाचन आयोग की छवि धूमिल न हो और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया संपन्न हो।
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि, कुछ मिशन के अधिकारी शासन को झूठी जानकारी देने की तैयारी में है ताकि उनकी सेटिंग नहीं बिगड़े। जिले में पदस्थ अमला अपने अधिकारियों को बरगलाने में लगा है कि, यह जानकारी हमारे मिशन से संबंधित नहीं है, इसलिए शासन को यह जानकारी नहीं भेजी जाए ताकि वे बरसों से अपने चल रहे खेल को बिगड़ने न दे। जन चर्चा है कि, राज्य निर्वाचन आयोग ने इस संबंध में पत्र भिजवाकर जिले में 3 वर्ष से अधिक अवधि से पदस्थापना वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जानकारी चाही गई है और कुछ अधिकारियों ने पत्र को अपने स्तर पर ही दबा दिया है। उदयगढ़ विकासखंड में भी कई विभागों, योजना एवं मिशन के अधिकारी कर्मचारी डेली अप डाउन में लगे रहते हैं, कोई 11 बजे तो कोई 12 बजे बस के माध्यम से आना-जाना करते हैं। कई 15 से 20 वर्षो से एक ही स्थान पर अपना पैर अंगद की तरह जमाए बैठे हैं
अब देखना है कि, जिला प्रशासन क्या निर्वाचन आयोग को सही जानकारी समय पर उपलब्ध करवा सकेगा।