माही की गूंज, खरगोन।
विद्या भारती मालवा प्रांत खरगोन विभागकी योजना से सरस्वती शिशु मन्दिर बमनाला में माता-पुत्री सम्मेलन एवं हल्दी कुमकुम का मिला-जुला कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि और वक्ता के रूप में विद्या प्रतिष्ठान मालवा से खरगोन विभाग के विभाग समन्वयक महादेव यादव उपस्थित रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती ममता सवनेर रही। कार्यक्रम में श्रीराम शिक्षा समिति बमनाला संचालन समिति के अघ्यक्ष भगवान सिंह गिन्नारे भी मंचानासीन रहे। साथ ही विशेष अतिथि के रूप में आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. भरत मनाग्रे भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कुमारी कल्पना गोले और श्रीमती अर्चना जोशी ने और अतिथि परिचय श्रीमती रजनी गीते ने किया। अतिथि का स्वागत श्रीमती शुभांगी राणे और श्रीमती अंजना सोनी ने किया।
कार्यक्रम का प्रारंभ देव पूजन से हुआ। सरस्वती वंदना के साथ विद्यालय के शिशु वाटिका के नन्हें मुन्ने बच्चों द्वारा आकर्षक प्रस्तुतियां दी गई। विद्यालय के भैय्या बहनों ने वाद्य यंत्रों पर मन मोहक स्वागत गीत भी प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अगले चरण में आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. भरत मनाग्रे द्वारा स्वर्ण प्राशन जो कि नाम के अनुसार स्वर्ण भस्म से निर्मित होता है के बारे में माता बहनों को बताया गया कि, बच्चों को 0 से 14 तक की उम्र तक स्वर्ण प्राशन कराना चाहिए, जिससे बच्चों में इम्यूनिटी में वृद्धि होती है, बुद्धि का विकास होता है, और चित्त में स्थिरता आती है। स्वर्ण प्राशन कराने का सबसे उपयुक्त समय पुष्य नक्षत्र का होता है।
कार्यक्रम के अन्त में विभाग समन्वयक महादेव ने बताया कि, आज के समय में पीढ़ी के बीच अन्तर बढ़ता जा रहा है, जिसका मुख्य कारण उनके बीच पर्याप्त संवाद नहीं होना है। माता-पिता और बच्चे एक दूसरे को पर्याप्त समय नहीं दे पा रहे है। फलत: एक-दूसरे के मन नहीं मिल पा रहे है। कार्यक्रम में माताओं ने अपनी-अपनी बेटियों के बारे में और बेटियों ने अपनी मां के बारे भावनात्मक बातें बताई जिससे वातावरण भावपूर्ण हो गया। बेटियों ने अपनी माँ का पूजन भी किया और आशीर्वाद प्राप्त किया। अंत में हल्दी कुंकुम और जलपान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।