अलग-अलग ग्राम पंचायतों ने मनमानी फोटोकॉपी दर लगाकर बिल बनाया हजारों का
फोटोकॉपी की राशि ज्यादा बताने पर आरटीआई कार्यकर्ता ने दिया कलेक्टर को लिखित आवेदन
माही की गूंज, उदयगढ़।
"सूचना का अधिकार" अधिनियम जब पारित हुआ था तब लगा था कि हम सरकारी विभागों में हो रही लेटलतीफी, भ्रष्टाचार, रिश्वत, अनियमित्ता सहित कई गड़बड़ियों को उजागर करने में यह आमजन की मदद करेगा। लेकिन वो कहते है न कि, "नियम तोड़ने के लिए ही बनाए जाते है"। कुछ इसी तर्ज पर जनपद पंचायत उदयगढ़ की ग्राम पंचायतों ने सूचना का अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी देने से बचने का नया फॉर्मूला ईजाद किया है।
जनपद पंचायत उदयगढ़ क्षेत्र के निवासी व आरटीआई कार्यकर्ता राजू डावर ने बताया कि, 4 जुलाई 2023 को जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी उदयगढ़ में 40 ग्राम पंचायत की निम्न जानकारी सूचना का अधिकार के तहत चाही गई थी:-
(1) :- 2 वर्ष की 5वें वित्तीय खर्च की जानकारी के बिल बाउचर, एसटीएस की प्रमाणित कॉपी।
(2) :- 15 वित्तीय खर्च की जानकारी केस बुक, बिल वाउचर, एसटीएस की प्रमाणित कॉपी
(3) :- ग्राम पंचायत के 2 वर्ष के 14 व वित्तीय वर्ष के बुक बिल वाउचर की प्रमाणित छायाप्रति और बिंदु क्रमांक 1 से लेकर 11 तक की जानकारी मांगी गई थी।
जिसमें ग्राम पंचायतों द्वारा प्रति फोटोकॉपी की राशि 2 रुपए से लेकर 3, 5 एवं 20 रुपए तक बढ़ाकर सरपंच व सचिव द्वारा सील के साथ साइन कर फोटोकॉपी के बिल मुझे मेरी दुकान पर दिया है। बिना आवक-जावक के बिना रजिस्ट्री एंट्री के लेटर दिए हैं। हर एक ग्राम पंचायत का फोटो कॉपी का अलग-अलग रेट लगाया गया है।
आपको बता दे कि, शासकीय नियमानुसार 1 रुपया 60 पैसे एक फोटोकॉपी का रेट है। लेकिन डराने धमकाने के लिए ग्राम पंचायत से लेटर में हजारों की राशि बताई जा रही है। आवेदक ने बताया कि, मैरी स्वयं की फोटोकॉपी और ऑनलाइन की दुकान है जिसमें मैं स्वयं 1 रुपया 60 पैसे में फोटोकॉपी करके देता हूं और 100 से 200 फोटोकापी करने पर 1 रुपए में करके देता हूं। लेकिन ग्राम पंचायतों के द्वारा हजारों फोटोकॉपी करने पर भी 2 रुपए से लेकर 3, 5 एवं 20 रुपए पर फोटोकॉपी करके दे रहे हैं। जो सूचना का अधिकार के नियम के विरुद्ध है। सूचना का अधिकार के तहत जानकारी मांगने पर आवेदक को इस तरह से लेटर देकर गुमराह किया जाता है।
कलेक्टर को दिया आवेदन
बता दे कि, इस विषय में आवेदक राजू डावर द्वारा कलेक्टर अलीराजपुर को एक शिकायती आवेदन दिया गया है। आवेदन के माध्यम से ग्राम पंचायतों के सरपंच व सचिव पर उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है। जिस पर कलेक्टर ने आश्वासन देते हुए कहा कि, मामले को जिला सीईओ से दिखवाकर निराकरण करवाएंगे।
जनपद पंचायत उदयगढ़ का बिल।
ग्राम पंचायतों के बिल।
कलेक्टर को दिया आवेदन।