माही की गूंज, खरगोन/बमनाला।
स्थानीय सरस्वती शिशु मन्दिर बमनाला में मातृशक्ति सम्मेलन और हल्दी कुंकुम का कार्यक्रम मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गायत्री शक्ति पीठ खरगोन की श्रीमती कल्पना पेड़नेकर थी। आप व्यवसाय से शिक्षिका है। साथ में समिति की अध्यक्ष श्रीमती ममता सवनेर, श्रीमती सुमन पांचाल व श्रीमती बसु यादव भी मंच पर उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। उद्बोधन के पूर्व विद्यालय की दीदी कुमारी कल्पना गोले ने गीत प्रस्तुत किया।
अपने उद्बोधन में श्रीमती कल्पना दीदी ने बताया कि, माता-बहन परिवार की धुरी है। उनके संस्कारों का प्रभाव पूरे परिवार पर पड़ता है। संस्कारित परिवार और अच्छा विद्यालय गुणी नागरिकों का निर्माण करते हैं।
श्रीमती ममता दीदी ने बताया कि, मातृशक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका परिवार का संचालन में है। उतनी ही भूमिका भारत को विश्वगुरु बनाने में भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि, सरस्वती शिशु मंदिर बच्चों को किताबी शिक्षा के साथ साथ राष्ट्रवादी व संस्कारवान भी बनाते हैं। उद्बोधन के पश्चात हल्दी कुंकुम का कार्यक्रम हुआ, माता बहनो के द्वारा भजन भी गाये गये। कार्यक्रम में लगभग 150 मातृशक्ति उपस्थित रही। भेंट स्वरूप सभी को गमलों में एक-एक तुलसी का पौधा व अन्य फुलों के पौधे लगाकर गमला व सुहाग सामग्री भेंट की गई।
कार्यक्रम के पश्चात श्रीमती निर्मला जी सोहनी द्वारा बताया गया कि, सुन्दरकाण्ड महिला मंडल की ओर से विद्यालय के नवीन कक्ष के लिए एक पंखा भेंट करने की घोषणा की गई। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती रजनी गीते और अर्चना जोशी दीदी ने किया। कार्यक्रम के अंत में मातृशक्ति की खेल प्रतियोगिता भी रख गई थी। अंत में आभार प्रदर्शन विद्यालय की वरिष्ठ दीदी श्रीमती सुभांगी राणे ने किया।