21 जोड़ो ने आहुतियां डालकर की महापूर्णाहूति, 21 ब्राह्मणों ने कराया यज्ञ
माही की गूंज, खरगोन/गोगावां।
ग्राम बजरंगपुर में चल रहे तीन दिवसीय मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की 5 कुण्डीय यज्ञ के साथ महापूर्णाहूति दी गई। अनुमानित 1 करोड़ के लगभग लागत से नवनिर्मित मंदिर में श्रीलक्ष्मीनारायण भगवान, गरूड़ स्वामी, श्री राधे-कृष्णा और श्रीराम-लखन,जानकी माता,रामदूत हनुमान जी, श्री महादेव जी और श्री गणेश जी की मूर्तियो की स्थापना की गई। वही श्री गोपेश्वर मंदिर में शीतला माता की स्थापना की गई और 2 छोटे वाले कलश शिखर पर चढ़ाये गये। शुक्रवार रात्रि को श्री मारूति रामायण मंडल खरगोन के द्वारा सुमधुर संगीतमय सुन्दरकाण्ड मंदिर प्रांगण में किया गया। रात्रि 2 बजे महाआरती के बाद महाप्रसादी और स्वल्पाहार का वितरण भी किया गया। शनिवार प्रातः से पूरा ग्राम भगवामय नजर आ रहा था। आयोजन में ग्राम के 21 जोड़ो के द्वारा राजपुताना पोषाक़ मे पुरुष के द्वारा कुर्ते-पाजामे पहनकर और सिर पर साफा बाँधा गया तो वही महिलाओं के द्वारा बड़ी ही सुंदर राजपूतानी पोषाख पहनकर जोड़े सहित विश्व कल्याण और ग्राम की सुख समृद्धि के भाव से यज्ञ में आहुतियां अर्पण की गई। ग्राम के नवयुवकों के द्वारा मंदिर पर दो सुंदर बड़े वाले कलश शिखर पर चढ़ाये गए साथ ही दो सुंदर बड़े वाले भगवा ध्वज की स्थापना भी शिखर पर की गई।
आयोजन में प्रातः 7 बजे से ही पंडित वामनराव शुक्ला व सभी पडी तो द्वारा मंत्रोपचार के साथ महपूर्णाहूति करवा ई भंडारे में आसपास के ग्रामीणों और दूरदराज के भक्तों व क्षेत्रीय विधायक और बजरंगपुर में अपने पेतृक गाँव रवि भाई जोशी के द्वारा भी भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया गया। साथ ही भंडारे की महाप्रसादी फुलका रोटी, आम रस अन्य व्यजन बनाए गये।
आयोजन को सफल बनाने व मंदिर निर्माण कार्य मे ग्राम के गोपाल सिंह सोलंकी, पवन गौड़, जयपाल सिंह तोमर, मोहन सिंह चौहान के द्वारा मंदिर के भूमिपूजन से लेकर स्थापना तक 2 वर्षो से लगातार सहयोग प्रदान कर अथक मेहनत की गई। इस पुनीत सेवा कार्य के लिए ग्रामवासियो के द्वारा विशेष सम्मान किया गया। तथा ग्राम के महेश जायसवाल के द्वारा शॉल श्रीफल और नगद राशि भेट कर सम्मान किया गया। वही ग्रामवासियों के द्वारा तीन दिवसीय आयोजन में तन, मन और धन से भरपूर सहयोग प्रदान किया गया।