माही की गूंज, खरगोन।
देश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और देश के सहकारिता नेता स्व. सुभाष यादव की 76 वी जंयति आज खरगोन जिले में उनके गृह गांव बोरांवा में सादगी के साथ मनाई गई। निमाड अंचल सहित पूरे प्रदेश से उनके समर्थक कांग्रेस कार्यकर्ता श्रद्धांजलि देने पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सुभाष यादव के सपने साकार करने और कांग्रेस को मजबूत करने का संकल्प भी लिया। सुभाष यादव की जंयति पर भजन कीर्तन के साथ सुन्दरकांड का संगीतमय धार्मिक आयोजन किया गया था। इस दौरान सुभाष यादव के दोनो पुत्र पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरूण यादव और सचिन यादव ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित ग्रामीण और आमजन की अगुवाई की। स्वर्गीय सुभाष यादव को श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए निमाड़ अंचल के साथ साथ प्रदेश के कोने कोने से बडी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनके गृह ग्राम बोरावां पहुंचें। इस मौके पर स्वर्गीय सुभाष यादव की पत्नी श्रीमती दमयंतीबाई यादव सहित परिजन और रिश्तेदार मौजूद थे।
कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे स्वर्गीय सुभाष यादव की जयंती पर प्रदेश भर से पहुंचें कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समूचे निमाड़ अंचल के किसानों ने बोरावां पहुंचकर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। स्वर्गीय सुभाष यादव की जयंती को लेकर स्वर्गीय यादव के बड़े बेटे और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि, स्वर्गीय पिताजी की जयंती गांव सहित जिले और समूचे प्रदेश में मनाई जा रही है। स्वर्गीय पिताजी ने एक संकल्प लिया था की पूरे निमाड़ अंचल को सिंचित करेंगे हम उसी हरित क्रांति के काम को आगे बढ़ाने का काम कर रहे है। नर्मदा का पानी हर खेत पर पहुंचे पिताजी का सपना साकर हुआ है। आज हमारा निमाड़ का किसान खेती के मामले में पूरे मप्र में अव्वल है। मां नर्मदा का पानी हर खेत में पहुंचने से हो पाया है। पिताजी के हर अधूरे काम को पूरा करना ही हमारा संकल्प है।
वहीं स्वर्गीय सुभाष यादव की जयंती को लेकर उनके छोटे बेटे और मप्र के पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि स्वर्गीय पिताजी का राजनीतिक जीवन का मूल उद्देश्य रहा था की निमाड़ की सुखी धरा पर मां नर्मदा का पानी पहुंचे यही उनका लक्ष्य था। जब उन्हें मौका मिला तो सन 1980 में उनके द्वारा प्रयास शुरू कर दिया था। आज उन्ही के आशीर्वाद से मां नर्मदा का पानी हर खेत में पहुंचा है। पिताजी ने अपनी अलग पहचान बनाई थी। यही कारण है कि आज हर किसान और गरीब लोगो के मन में रचे बसे है। मुझे खुशी है कि मेरे पिताजी के अधूरे सपनों को हम पूरा कर रहे है।