Thursday, 30 ,October 2025
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

शिव मंदिर पर आयोजित हुआ अन्नकूट महोत्सव | अतिथियों की दिवाली बिना वेतन वाली | चोरो का आतंक: खेत पर पानी पिलाने वाले विद्युत पम्प हुआ चोरी | सड़क नहीं पूरा सिस्टम ढह रहा है....! | ग्राम में निकला विशाल पथ संचलन, शताब्दी वर्ष पर दिखा विशेष उत्साह | राज्य स्तर खो-खो प्रतियोगिता में चापानेर की तीन बालिकाओं का चयन | दिनदहाड़े दंपति से लूट, तमंचे की नोक पर छीने आभूषण और नकदी | चूहा कांड को लेकर आज हाई कोर्ट में सुनवाई, 6 अक्टूबर के बाद जयस करेगा आंदोलन घोषणा | शताब्दी वर्ष में विजयादशमी उत्सव के निमित्त निकल भव्य पद संचलन | संघ शताब्दी वर्ष पर अनुशासन के साथ निकाला पथ संचलन | मुख में राम बगल में छुरी | कटाक्षः एमपी अजब और पुलिस गजब... | बेबाकी के साथ सच और विश्वास के सात वर्ष पूर्ण | अब भी अंधविश्वास के अंधकार से जकड़ा जिला, मासूमों की जान दाव पर...? | संदिध परिस्थिति में युवक-युवती का शव बरामद, हत्या की आशंका पुलिस मौके पर | प्रो. केशर ने प्राप्त की पीएच.डी. की उपाधि | चुनाव आयोग द्वारा पूरे देश में एस आर आई करवाने की तैयारी | कॉलेज ग्राउंड में भीलप्रदेश विद्यार्थी मोर्चा की नई कार्यकारिणी का हुआ गठन | एसडीएम मीना के खिलाफ पत्रकारों का सामूहिक निंदा प्रस्ताव जारी | ग्रामीण बैंक में चोरों ने किया चोरी का असफल प्रयास |

जीवन मे संयम रख भगवान की नि: सवार्थ सेवा करना चाहिए- प. कमलेश नागर
30, Dec 2021 3 years ago

image

माही की गूंज, अलीराजपुर।

         अपने जीवन को देश को समर्पित करो, भगवान को नित्य भोग लगाओं, बिना नाम कमाए भगवान की नि: सवार्थ सेवा करना चाहिए। जीवन में कभी संयम नहीं खोना चाहिए। भागवत कथा में बुराई रूपी वस्तु का दान करें। किसी का बूरा न करें। उक्त विचार रामदेव वाटीका समाधी स्थल पर चल रही भागवत कथा के पाचवें दिन पण्डित कमलेश नागर नानपुर वाले ने व्यक्त किए। 

         कथा के प्रारम्भ में आयोजक परिवार किशनलाल गणपत राठौड़, लीला बाई राठौड़, तरुण टिंकू राठोड़, शितल राठौड़, गुडवाडा परिवार एवं धरावरिया परिवार के सदस्यों ने व्यासपीठ का पूजन किया। पण्डित नागर ने आगे कहां कि, भगवान को प्राप्त करने के लिये हम उपवास व भजन करते है। भगवान सबसे ज्यादा गीता गोपी व गाय से प्रेम करते है। महिलाए जब कुवारी थी तब अच्छे पति के लिये उपवास करती थी व फिर करवाचैथ का वृत करती हैए, फिर माँ बनती है तो अपने बच्चो के लिये वृत करती है। व्यक्ति को जीवन में छः पेड़ लगाना चाहिए। सभी गोपीयों ने कृष्ण भगवान को पाने के लिये कात्यायन का वृत किया। पण्डित जी ने "छोटी-छोटी गय्या छोटे-छोटे ग्वाल छोटो सो मेरो मदन गोपाल", "ओम नमः भगवते वााुदेवाय", "मिठो रस से भरी योरी राधा रानी लागे राधा रानी लागे यमूनाजी ने पानी लागे राधे-राधे-राधे" भजन गाया तो पूरा पाण्डाल नृत्य से गुंज उठा। कायर्क्रम का संचालन कमल राठौड़ ने किया। 

         मीडिया प्रभारी कृष्णकान्त बेडिया ने बताया कि, एक जनवरी 2022 को कथा का समापन होगा। आज शुक्रवार को रूखमणी विवाह सम्पन्न होगा। अन्त में महाआरती के साथ महाप्रसादी का वितरण हुआ। आज कथा पाण्डाल में गोवधर्न पवर्त की पूजा हुई।



माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |