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अखिल निमाड़ लोक परिषद की महिला इकाई ने मनाया संजा माता पर्व
माही की गूंज, खरगोन/बमनाला
अखिल निमाड़ लोक परिषद महिला इकाई बमनाला द्वारा संजा माता पर्व मनाया गया। प्रचार सचिव संगीता सोहनी ने बताया कि, श्राध्द पक्ष में हमारे पितृ हमारे घर आते इसलिए हम संजा माता को भी अपने घर बुलाते है। संजा माता को लोक देवी के रूप में हम पूजते है। इसे बेटी स्वरूप आदर सत्कार के साथ अपने घर मे विराजमान करते है। छोटी कन्याए सोलह दिनों तक दीवार पर गाय के गोबर से संजा, गणपति, चांद सूरज, सातिया, घर बाजार, कोटकिला इस प्रकार से सोलह दिन सोलह आकृति बनाती है। उसे फूलो से सजाती व शाम को रोज आरती करती व प्रसाद बाटती है। छोटी-छोटी कन्याए अपनी निमाड़ी बोली में संजा के गीत गाती है। "छोटी सी गाड़ी लकती जाय लकती जाय ओ में बठी संजा बई संजा बईण", संजा बईण का लाडाजी लुगड़ो लाया जाड़ा जी" आदि इस प्रकार निमाड़ी बोली में गीत गाये जाते है। संजा पर्व उत्सव से मनाया एवं जिन्होंने संजा माता बनाई उन्हें महिला इकाई द्वारा पुरस्कार भी दिया गया। जिसमे सांस्क्रतिक सचिव आरती कानूनगो, परामर्श दाता कृष्णा गावशिन्दे, कोषाध्यक्ष निर्मला सोहनी, सदस्य अनिता सोहनी, करुणा तंवर, पुस्पा तंवर, लज्जा शर्मा, प्रतिभा सोहनी, हीरामणि तंवर व बालिकाओं में संध्या, माही, लाली, प्रियांशी आदि बालिकाओं ने संजा पर्व बड़े हर्ष उल्लास से मनाया। साथ ही अपनी सस्कृति को जीवित रखने के लिए सभी महिलाओं से निवेदन किया कि, वह अपने बालिकाओं से हर वर्ष संजा माता बनाने के लिए प्रेरित करे ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी भी अपनी सस्कृति से जुड़ी रहे।