तीन आरोपी गिरप्तार, 6 फ़रार, अंतर्राज्यीय गिरोह कर रहा था संचालन
फरार आरोपियों पर आधा दर्जन से अधिक आपराधिक मामले पहले से दर्ज, दस-दस हजार का इनाम घोषित, आरोपियों में करणी सेना का प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल
माही की गूंज, रतलाम।
रतलाम की जावरा पुलिस ने अवेध शराब की एक ऐसी फेक्ट्री पकड़ी है जिसे एक अन्तर्राज्यीय गिरोह संचालित कर रहा था। उक्त मामले में अब बड़े खुलासे हो रहे है, पुलिस को अभी गिरोह के तीन सदस्य ही हाथ लगे है जबकि 6 की तलाश जारी है। मन्दसौर जहरीली शराब कांड के बाद मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए अवेध शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश के बाद रतलाम की जावरा पुलिस की यह एक बड़ी कार्रवाई है। चौकाने वाली बात यह भी है कि, फ़रार आरोपियों में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना का प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल है।
विगत 20 जून की रात्रि को माननखेड़ा पुलिस चौकी क्षेत्र में एक पिकअप वाहन दुर्घटना ग्रस्त हुआ था जिसमे पुलिस को 209 पेटी अवेध देशी शराब मिली थी। पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज किया था। पुलिस ने इस मामले में वाहन मालिक आरोपी ईश्वर सिंह पिता नाहर सिंह और उसके पुत्र को गिरप्तार किया था। इन दोनों से की गई पूछताछ के बाद पुलिस ने मन्दसौर के ग्राम कमालिया निवासी नरेंद्र सिंह को गिरप्तार किया।
आरोपी नरेन्द्रसिंह ने पूछताछ में बताया कि, वह यह शराब रतलाम जिले के ग्राम उमठ पालिया निवासी मोइन खान से मंगवाता था। नरेंद्र ने बताया कि, उसके घर के पीछे बने तहखाने में भी शराब रखी हुई है। पुलिस ने वहां से 58 पेटी अवेध शराब जब्त की। पुलिस ने आरोपी मोइन खान की गिरप्तारी पर दस हजार का इनाम घोषित किया और तलाश शुरू कर दी थी। इसी बीच सूचना मिली कि, ग्राम सोहनगड में सुरेश पाटीदार के खेत पर बने एक कमरे में अवैध रूप से शराब बनाने की फैक्ट्री संचालित की जा रही है। इस सूचना पर जावरा ओद्योगीक क्षेत्र थानां पुलिस ने दबिश दी। यहां से पुलिस को मोइन खान, सुरेश पाटीदार ओर प्रभुलाल पाटीदार मिले। पुलिस को यहां से 60 लीटर देशी शराब, यूरिया खाद, नोशादर, स्प्रिट ड्रम, टँकीया, शराब के खाली क्वार्टर, ढक्कन, लेबल ओर दो वाहन मिले जिन्हें जब्त किया। घटना स्थल से एक आरोपी अनोखीलाल पाटीदार भागने में सफल रहा। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच में पता चला कि, आरोपी मोइन खान से चार पांच माह पहले जीवनसिंह शेरपुर ओर रणजीतसिंह की एक ढाबे पर मुलाकात हुई, वही यह तय हुआ कि लॉकडाउन में शराब की फैक्ट्री लगाने से फायदा होगा। जीवनसिंह ने इस संबंध में मोइन के देवास रहने वाले तीन मामा शादाब, सादिक ओर जावेद से बात की। देवास निवासी इन तीनो का अवैध शराब का बड़ा कारोबार है और इनके द्वारा मध्य प्रदेश सहित गुजरात, राजस्थान में अवैध शराब सप्लाय की जाती है। इसके बाद इन तीनो के सहयोग से ग्राम सोहनगड में सुरेश पाटीदार के खेत पर बना कमरा एक लाख रुपए प्रतिमाह के किराए पर लिया गया। अवेध शराब बनाने की सामग्री देवास निवासी आरोपियों ने उपलब्ध कराई थी। पुलिस ने इन सभी के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज कर इनकी तलाश शुरू कर दी है। इनकी गिरफ़्तारी पर दस-दस हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया है। फ़रार 6 आरोपियों में से एक जीवनसिंह शेरपुर राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना का प्रदेश अध्यक्ष भी है।