माही की गूंज, खरगोन
ये सच है जो लोग विचारों से एकजुट और एक साथ होते है, वो लोग कमाल ही करते हैं। कमाल न सिर्फ अपने विकास के लिए नही बल्कि प्रदेश और देश की उन्नति प्रगति में अपना सर्वस्व शत प्रतिशत योगदान देने से नही चूकते। खरगोन जिले के मंडलेश्वर कस्बे में एक छोटा सा कुनबा है जो कोरोना को मात देने के लिए अपना कर्तव्य पूरा कर चुका है। ये कुनबा अब उस स्थिति में पहुँच गया है जहां अब कोरोना हो तो सकता है मगर उनको बिना हानि पहुचाये अदृश्य वायरस को भागना होगा। बोहरा समाज ने अपने नागरिको को कोरोना की जरूरत समझाई और अनिवार्यता का अहसास भी कराया तभी तो यहां के एक-एक शख्स ने टीका लगवाने में कोई कोताही नही बरती। वर्तमान स्थितियों को भांपते हुए आज ये कुनबा सुरक्षित हो गया है। समाज प्रमुख बताते है कि वैक्सीन को लेकर उन्होंने सदस्यों को बस एक बार संदेश दिया। रमजान खत्म होने के बाद हमें एक और सवाब का काम करना है। बस फिर क्या जैसे ही मंडलेश्वर में वैक्सिनेशन का सत्र आयोजित हुआ। ये बोहरा समाज सबसे पहले हाज़िर हुआ और अपनी भूमिका अदा की। वैसे छोटे से कस्बे में इस समाज के कुल 122 सदस्य है उनमें 104 लोगो ने पहला टीेका और 17 ने दोनो डोज लगवाए है एक को मेडिकल में समस्या होने के कारण नही लगा। समाज के इस परोपकारी कार्य को देखते हुए अन्य समाज के लोग भी आने लगे और अब मंडलेश्वर कस्बा भी शत प्रतिशत टीेकाकरण की दिशा में अग्रसर है।