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अंतराज्यीय ऑनलाईन क्रिकेट सट्टा कारोबारी का 11 सदस्यीय गिरोह गिरफ्तार
माही की गूंज, खरगोन
जिले में कॉफी समय से ऑनलाईन क्रिकेट सट्टा कारोबारी गिरोह के लोग अन्य शहरों से आकर चाईना कम्यूनिकेशन चेनल बॉक्स तथा अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों के माध्यम से धोंखाधड़ी कर क्रिकेट का सट्टा अवैध रूप से संचालित कर रहे थे, जिसकी सूचना कई दिनों से मिल रही थी। सूचना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक हरिनारायणचारी मिश्र एवं डीआईजी तिलकसिंह ने संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक शैलेंद्रसिंह चौहान को निर्देशित किया गया।
इसी तारतम्य में शुक्रवार को महेश्वर थाने में मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि, कुछ लोग भारत-इंग्लैंड के टी-20 क्रिकेट मैच में हार जीत के दाव पर सट्टा खेल रहे है। पुलिस टीम मुखबीर के बताए हुए स्थान सहस्त्रधारा रोड़ पर निकुंज विहार कालोनी में हंसू सोनी के घर पर घेराबंदी कर दबीश दी। यहां 2 व्यक्ति क्रिकेट मैच में हार जीत के दाव पर रूपए-पैसों का हिसाब कर रहे थे। दोनों व्यक्तियों को पुलिस टीम ने पकड़ा और अपना नाम पुछने पर मोहनसिंह पिता पूरणसिंह भाटी निवासी आगर रोड उज्जैन एवं विनोद पिता मोहनलाल चौरसिया निवासी मल्हारगंज इंदौर बताया। आरोपियों ने बताया की वे दिलीप उर्फ हरिओम परयानी निवासी खातीवाला टैंक इंदौर के लिए काम करते है।
अन्य स्थान से 9 आरोपियों को किया गिरफ्तार
आरोपियों ने यह भी बताया पास में ही स्थित अजय सोनी के माकन में भी इसी प्रकार का क्रिकेट मैच में हार-जीत के दाव पर रूपए-पैसों से खेल संचालित किया जाता है। पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए अजय सोनी के मकान पर दबीश दी। यहां 2 कमरों में 9 व्यक्ति क्रिकेट मैच में हार जीत के दाव पर रूपए-पैसों का हिसाब कर रहे थे। इन आरोपियों में महेश्वर निवासी अतुल पिता अजय सोनी, विजय पिता प्रकाश पंवार व राहुल पिता अजय सोनी, भगवानपुरा निवासी दरयाव पिता रामचंद्र राठौर, इंदौर निवासी रोहित पिता दिनेश दुबे, भारत पिता गुलाब आइदसनी, पवन पिता रमेश व कमलेश पिता गोपाल सुनहरे तथा उज्जैन निवासी पंकज पिता प्रह्लाद चौहान शामिल थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी आरोपियों के पास से टीवी, 10 सेटाअप, 6 लेपटॉप, 68 मोबाईल, 2 व्हाईफाई राऊटर व डोंगल, 5 क्म्युनिकेशन सेटअप बाक्स, 5 मोटर साईकिल एवं 3 टेबलेट मोबाईल जब्त किए। आरोपियों के विरूद्ध थाना महेश्वर में अपराध क्रमांक 124/2021 धारा 420, 109, 34 भादवि एवं 4(क) सट्टा अधिनियम का पंजीबद्ध किया गया है।