उच्च अधिकारियो की लापरवाही भी है शामिल पर मामला मड दिया सचिव पर ही
माही की गूंज, खरगोन
मध्यप्रदेश की पंचायतो में कई तरह की अनियमित्ता एवं भ्रष्टाचार के खुलासे हुए है, जिसमे एक जो ग्राम पंचायत स्तर व क्षेत्र के जो उन व्यक्तियों एवं परिवार जिन्होंने कभी तगारी भी नहीं तोकि उनके नाम से भी जॉबकार्ड लगाकर मनरेगा में मजदूरी करने के नाम पर भ्रष्टो ने राशि निकाल कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। वही ऐसे व्यक्ति जिनके नाम से राशि आहरण कर ली जाती है जिन्होंने कभी मजदूरी ही नहीं की है और उन्हें तक यह नहीं पता रहता है कि, उनके नाम से मजदूरी के नाम से राशि आहरण कर ली गई है। ऐसे भ्रष्टाचार में पंचायत से लेकर जनपद, जिला जनपद व जिला कलेक्टर तक के अधिकारी व कार्य एजेंसी की जवाबदेही होती है, क्योकि यह राशि मस्टर में नाम किसी का तो बैंक अकाउंट किसी और के नाम से होकर राशि आहरण की जाती है। इन भ्रष्टो का इतना बोलबाला है कि, भ्रष्टाचार को ही शिष्टाचार बना दिया और इसे कोई भी किसी भी स्तर पर देखने वाला नहीं है यह भी स्पष्ट होता है।
नतीजन इनकी अनियमित्ता एवं भ्रष्टाचार की इस श्रंखला में एक और बड़ी महारथ हांसिल कर बॉलीवुड की अभिनेत्री जो कभी अपनी एयर कंडीशनर गाड़ी से बहार आती है तो, उनके मुलाजिम छाता लेकर छाया देते है कि कही उनका रंग फीका न पड़ जाए। ऐसी अभिनेत्री का मनरेगा जॉबकार्ड में फोटो अंकित कर मजदूरी की गई राशि आहरण कर ली गई। ऐसी कई अनियमित्ता यहाँ देखने को धरातल पर मिल सकती है और आश्चर्य यह की ऐसे अधिकारियो पर भी मात्र सोकास नोटिस देकर या सबसे छोटे कर्मचारी पर ही निलंबन जैसी कार्यवाही कर अपने कार्य की इतिश्री कर ली जाती है।
ऐसा ही एक मामला: अधिकारियो की अनियमित्ता व अनदेखी का खुलासा मध्यप्रदेश के खरगोन जिले की झीरीन्या विकास खंड के पीपरखेड़ा पंचायत में हुआ है, जिसकी शिकायत 16 अक्टूबर को जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौरव बेनल के पास आई। उक्त शिकायत के सत्यापन व रिकॉर्ड के निरिक्षण के लिए मनरेगा परियोजना अधिकारी श्याम रघुवंशी को ग्राम पंचायत पीपरखेड़ा भेजा गया, जहां जांच में शिकायत सत्य पाई गई। जिसमे खुलासा हुआ की मुखिया मोनू शिवशंकर के मनरेगा जाबकार्ड में फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का फोटो दर्ज कर मनरेगा में मजदूरी करने की राशि का आहरण कर लि गई है। जिसके बाद ग्राम पंचायत पीपरखेड़ा सचिव मोतीलाल सोनाने को शासकीय कार्य में लापरवाही व अनियमित्ता बरतने के लिए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर अधिकारियो ने अपनी जवाबदेही को सिर्फ सचिव पर मडकर अपने कार्य की इतिश्री अन्य मामलो की तरह की जा रही है।