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मामला: एक तरफा प्रेम प्रसंग का
माही की गूंज, अमझेरा।
एक तरफा प्रेम प्रसंग के मामले में मुंहबोले भाई ने अपने ही जीजा का हत्या कर उसे मौत के घाट उतार दिया तथा आरोपी ने पुलिस को चकमा देने के लिए कार से टक्कर मारने के बाद घटना को एक्सिडेंड के रूप में प्रदर्शित किया था। लेकिन अमझेरा पुलिस ने पुरी घटना का पर्दाफाश कर आरोपी अंकुश पिता शंकर पंवार (22) निवासी अमझेरा को गिरफ्तार कर लिया।
प्रेसवार्ता कर मामले का खुलासा करते हुए थाना प्रभारी संजयसिंह बैस ने बताया कि, घटना 14 दिसंबर की रात्रि करीब डेढ़ बजे अमझेरा के नालापुरा मार्ग की है। जब पुलिस को सुचना मिली की अज्ञात घायल को टक्कर के कारण गंभीर चोट आई। पुलिस द्वारा पुरे मामले की गंभीरता से जांच पड़ताल की गई, जिसमें पाया गया कि घटना वाली बुधवार की रात मृतक राधेश्याम व उसकी पत्नि भावना एवं अंकुश पंवार का धार की घोड़ाचौपाटी पर झगड़ा हुआ था तथा मामला नौगांव थाने पर भी पहुंचा था। जहॉ मृतक राधेश्याम सरगरा ने वादा किया था वह अपनी पत्नि भावना को परेशान नहीं करेगा न ही मिलेगा। लेकिन मृतक रात में ही पत्नि भावना के अमझेरा स्थित घर पहुंच गया व उसके साथ झगड़ा करने लगा। जब इसकी खबर आरोपी अंकुश पंवार को लगी तो वह आग बबुला हो गया और अपनी अल्टो कार वाहन क्रं. एमपी 09 जेडएस 5357 से धार से तेजी चलाता हुआ आया और जैसे ही नालापुरा के पास पहुंचा तो सामने से मृतक राधेश्याम सरगरा आते दिखाई दिया, जिसे देखकर गुस्से में जान से मारने की नियत से कार उस पर चढ़ा दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। एक्सिडेंड की आवाज सुनकर आस-पास के लोगो ने वाहन 108 बुलाकर राधेश्याम को अमझेरा के अस्पताल पहुंचाया। गंभीर चोट होने से मृतक की पत्नि इलाज के लिए इन्दौर ले गई लेकिन 16.12.2023 को राधेष्याम की मौत हो गई। मृतक 27 वर्ष का होकर निवासी ग्राम सांसेर जिला राजसमद राजस्थान का रहने वाला था तथा उसकी पत्नि भावना स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत होकर केशवी के समीप पानपुरा में पदस्थ थी तथा पिछले एक साल से अमझेरा में रह रही थी। मृतक राधेश्याम फोटोग्राफी का काम करता था तथा आरोपी अंकुश पंवार भी फोटोग्राफी का काम करता था इसलिए दोनो में दोस्ती हो गई थी। धीरे-धीरे अंकुश राधेश्याम के घर आने-जाने लगा तथा उसकी पत्नि भावना को मुंहबोली बहन बना लिया। भावना के घर उसकी बहन मोनिका जो मंदसौर में रहती थी आती-जाती थी। आरोपी अंकुश पंवार ने उसे भी अपने प्रेम के जाल में फंसा लिया था लेकिन मोनिका की शादी अन्यत्र हो गई इससे आरोपी अंकुश ने भावना पर ही डोर डालना शुरू कर दिया तथा भावना व राधेश्याम दोनो पति-पत्नि के झगड़ो में मध्यस्थता करने लगा तथा ऐसे ही एक विवाद में राधेश्याम को अंकुश ने थाने में बंद करवा दिया था तथा इसी बात का फायदा उठाकर वह भावना के नजदीक आ गया था।
पुलिस पुछताछ में मृतक की पत्नि भावना ने बताया कि, वह अंकुश को एक एमदर्द के रूप में देखती थी तथा उसे रक्षाबंधन पर राखी भी बंधी थी लेकिन उसे पता नहीं था कि अंकुश के मन में क्या चल रहा है। उक्त घटना में आरोपी अंकुश पंवार के द्वारा पुरी चालाकी दिखाई गई लेकिन पुलिस की सुक्ष्म जांच में कानुन की गिरफ्त में पहुंच गया। आरोपी के खिलाफ भादवी की धारा 302, 201 के तहत अपराध पंजीबद्ध गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पुरे घटनाक्रम के खुलासे में एसआई जुली अमलियार, प्र.आर. कैलाश कटारा, प्र.आर. रामकृष्ण गामड़, आर. रामगोपाल बैरागी, जयेन्द्रसिंह जादौन, राजा सेन का योगदान रहा।