माही की गूंज, धार/गुजरी।
जिले के ग्राम गुजरी के विद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर में विद्यालय के भैया/बहनों की गरबा प्रतियोगिता संपन्न हुई। ग्राम भारती शिक्षा समिति जिला धार द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर गुजरी द्वारा आयोजित इस गरबा प्रतियोगिता का प्रारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती ओम एवं भारत माता का पूजन एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके पश्चात मां सरस्वती की आराधना की गई एवं अतिथि परिचय एवं विद्यालय आचार्य परिवार द्वारा अतिथियों का कुमकुम तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इसके पश्चात प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया गया। प्रतियोगिताओं में प्रति कक्षा के भैया/बहनों द्वारा गरबा प्रस्तुत किया गया। सभी कक्षाओं के प्रस्तुतीकरण के बाद अतिथि निर्णायकगणों द्वारा तीन बिंदुओं वेशभूषा, मुख मुद्रा एवं गरबा नृत्य को आधार मानकर प्रथम पुरस्कार दिया गया। पुरस्कार के रूप में भैया/बहनों को विद्यालय द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए एवं साथ में प्रतियोगिता में पधारे समस्त अतिथियों को भी विद्यालय की ओर से आभार प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।
प्रतियोगिता की पूर्ण रूपरेखा को विद्यालय के प्रधानाचार्य अखिलेश तिवारी द्वारा अपने शब्दों में बताया गया कि, विद्यालय द्वारा समय-समय पर अनेक प्रतियोगिता आयोजित की जाती है। इस वर्ष प्रतियोगिताओं का स्वरूप कुछ अलग किया गया है। जैसे अनेकता में एकता की मिसाल हमारा देश कहा जाता है। उसी आधार पर हमारी संस्कृति परंपरा अनुसार नई पीढ़ी उसे देखें सीखे और ग्रहण करें क्योंकि आज की युवा पीढ़ी एवं नई पीढ़ी इन सभी चीजों से हटकर पाश्चात्य संस्कृति की ओर अग्रसर हो रही है। वर्तमान समय में अंधी दौड़ में सभी दौड़ रहे हैं देश प्रेम राष्ट्र प्रेम का भाव कम होता जा रहा है। क्योंकि आज का युवा शिक्षा तो हमारे देश में लेता है परंतु नौकरी विदेश में जाकर करता है। जिससे हमारे देश का विकास बाधित हो रहा है। हमारे देश का युवा शिक्षा चाहे विदेश में ले परंतु कार्य देश में करें इसी मानसिकता को लाने हेतु इसे हेतु आज की पीढ़ी को हमारी संस्कृति से जोड़ना होगा। इसे हेतु समय-समय पर ऐसी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। क्योंकि सही मायनों में हमारी संस्कृति ही हमारी विरासत है और हमें उसे हर हाल में थामें रखना है।