माही की गूंज, अमझेरा।
नगर में स्थित मैस्को डेम अब बख्तावर जलाशय के नाम से ऑनरिकॉर्ड जाना जाएगा, जिसमें जल संसाधन विभाग के द्वारा वर्तमान में सिंचाई उद्वहन योजना के साथ ही फिल्टर प्लांट के तहत सिंचाई व पेजजल के रूप में उपयोग लिया जा रहा है। आजादी के पहले से अंग्रेजों के शासन काल में इस स्थल का नाम मैस्को डेम रखा गया था तथा तब से ही शासन के रेकार्ड में मैस्को डेम चला आ रहा था। हालांकि इसका नामकरण सिंचाई योजना के समय बख्तावर जलाशय रख दिया गया था लेकिन शासन के रिकॉर्ड मे दर्ज नहीं हो सका था। इस संबंध में नगर के युवा जनप्रतिनिधि शुभम दीक्षित लंबे समय से प्रयासरत थे जिसमें सफलता मिली है। नामकरण के तहत धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी के अनुमोदन के बाद मेस्को डेम का नाम बदलकर बख्तावर जलाषय करने के आदेश जारी किये है। उन्हौने सभी शासकिय अभिलेखों में बख्तावर जलाशय नाम दर्ज करने के आदेश को तत्काल प्रभाव से लागु करने की बात कही है। उक्त नामकरण में जनपद सदस्य नेहा दीक्षित, सरपंच मनुबाई मकवाना, शुभम दीक्षित सहीत अन्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री सहीत उद्योग मंत्री राजवर्धनसिंह दत्तीगांव के प्रति आभार व्यक्त किया है। यहॉ के शासकिय अस्पताल के बाद अब बख्तावर जलाषय का नाम शासन के रेकार्ड में दर्ज हो चुका है। जबकि शा.उ.मा.वि एवं बख्तावर मार्ग का नामकरण होना शेष है जिसके लिए भी प्रयासरत है।
1857 की क्रांति में दिया था योगदान
अमझेरा नरेश अमर शहीद महाराव बख्तावरसिंह राठौर एक मात्र मालवा-निमाड़ से ऐसे महाराजा रहे जिन्हौने देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की क्रांति में ब्रिटीश हुकुमत की नींव हिलाते हुए देश की आजादी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया जिनके योगदान को जन जन तक पहुंचाने एवं आने वाली पीढ़ी को राजा के इतिहास को बताने के कार्य में नगर के युवा प्रयासरत है।