माही की गूंज, अमझेरा।
कुशवाह समाज की धर्मशाला में शिवमहापुराण कथा सत्संग का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें भक्ति की अविरल धारा बह रही तथा बड़ी संख्या में प्रतिदिन श्रद्धालुओं के द्वारा पावन कथा का श्रवण किया जा रहा है। कथा का वाचन वासुदेवजी शर्मा के द्वारा किया जा रहा है। जिनके द्वारा कथा के तीसरे दिन बताया कि, 130 वर्ष के बाद सावनमास में जो पुरूषोत्तम मास का संयोग बना है। जिसमें शिवमहापुराण की कथा का आयोजन कराना और कथा का श्रवणपान करना दोनो ही श्रेष्ठकर है। जिसका फल कई वर्षो की तपस्या करने के बराबर मिलता है। शनिवार को एकादशी होने से उन्हौने एकादशी का महातम्य भी बताया एवं गाय के समान ही शिवलिंग में भी 33 करोड़ देवी-देवताओं का निवास बताया। कथा के दौरान भक्ति गीतों पर श्रद्धालुजन नाचते हुए नजर आये। यजमानों एवं श्रद्धालुओं के द्वारा भगवान भोलेनाथ की आरती उतारी गई एवं प्रसादी का वितरण किया गया।