सगवाल, केशरपुरा, बांकेड़ी सहीत अन्य ग्रामों में ओलावृष्टि से फसलों को भारी नुकसान
माही की गूंज, अमझेरा।
अप्रैल का महिना जो भीषण गर्मी के लिए जाना जाता है लेकिन इस बार अप्रैल माह में जुलाई जैसा नजारा देखने को मिल रहा है तथा जगह-जगह तेज हवा आंधी और बारीष के साथ भारी ओलावृष्टि भी देखने को मिल रही है साथ ही रविवार को हुई भारी ओलावृष्टि से ग्रामिण क्षेत्रा में कष्मीर जैसे नजारे देखने को मिले । अमझेरा के समीपस्थ ग्राम सगवाल एवं केषरपुरा में रविवार की सुबह 11 बजे बजे बाद करीब एक घंटे तक तेज हवा आंधी के साथ ओलावृष्टि होने से खेतो और सड़को पर बर्फ की सफेद चादर सी बिछ गई। यहॉ मक्का एवं उससे बड़े आकार के भी ओले गिरने से दो मकान क्षतिग्रस्त हो गये वहीं किसानो की फसलो को भी भारी नुकसान पहुंचा है जिसमें तरबूज एवं खरबूज की फसल के लिए लगाई गई मल्चिंग पन्नी बेड पुरी तरह से खराब हो गई वहीं खेतो में रखा भुसा आदि भी पुरी तरह से खराब हो गया । करीब एक घंटे की तेज बारीष एवं ओलावृष्टि से ग्राम की सड़के पुरी तरह से ओलो से लबालब हो गई एवं तेज गति के साथ पानी बह निकला । इसी के साथ ग्राम बांदेड़ी, बांकेड़ी, हातोद, मोरगांव, नलावदा, रालामण्डल में भी बारीश एवं ओले गिरने से फसलो के साथ बड़ी संख्या में चिकू एवं आम के फल टुटकर नीचे गिर गये। अमझेरा,राजपुरा चालनी में बारीष होने से मौसम में ठंडक घुल गई।