विजेता टीम को एक लाख व उपविजेता टीम को मिला पचास हजार रुपए इनाम
माही की गूंज, अमझेरा।
महाराव बख्तावर ट्राॅफी ओपन टेनिस बाल क्रिकेट स्पर्धा का आयोजन स्व. प्रेमसिंह दत्तीगांव की स्मृति की गई। जिसका फायनल मुकाबला राजराजेष्वर इलेवन कुन्दनपर एवं गुजरात की झालोद टीम के बीच गुरूवार को खेला गया जिसमें पहले बल्लेबाजी करते हुए झालोद की टीम ने निर्धारित दस ओवर में 104 रन बनाये। जिसके लक्ष्य का पीछा करते हुए राजराजेष्वर इलेवन कुन्दनपुर ने भी 104 रन बना दिये। जिसके कारण मैच टाॅय हो गया। जिसके तहत दोनो ही टीमों के द्वारा सुपर ओवर खेला गया। जिसमें झालोद की टीम ने पांच गेंद में 12 रन बनाकर मैच जीत लिया।
मंच पर उपस्थित अतिथिगण जिला पंचायत अध्यक्ष सरदारसिंह मेड़ा, एसडीएम राहुल चैहान, एसडीओपी आर.एस.मेड़ा, ब्रजेष ग्रेवाल, धर्मेन्द्र मंडलोई, निलाम्बर शर्मा, रवि पाठक, भगवानदास खंडेलवाल आदि के द्वारा विजेता झालोद के टीम के खिलाड़ीयों को मेडल पहना कर दत्तीगांव परिवार की ओर से एक लाख रू. नगद एवं उपसरपंच अर्जुन मोहनिया के द्वारा षिल्ड दी गई। वहीं उपविजेता टीम राजराजेष्वर इलेवन कुन्दपुर के खिलाड़ीयों को भी दत्तीगांव परिवार की ओर से पचास हजार नगद राषी एवं षिल्ड उपसरपंच की ओर से प्रदान की गई। कार्यक्रम का संचालन अभिजीत पंडित एवं आभार शुभम दीक्षित एवं बख्तावर क्रिकेट टीम के खिलाड़ीयों के द्वारा व्यक्त किया गया। इस दौरान बेस्ट बाॅलर का पुरूस्कार रमेष भंवर की ओर से देवा को, बेस्ट बाॅलर का पुरूस्कार भुरसिंह बामनिया के द्वारा खिलाड़ी कुनाल, बेस्ट फिल्डर का पुरूस्कार मुकेष सिंगार की ओर से खिलाड़ी शाहीद अली, बेस्ट चेयररिंग का पुरूस्कार रोहित यादव की ओर से हेमंतसिंह परिहार, मैन ऑफ द सिरीज का पुरूस्कार धीरेन्द्रसिंह व शुभमसिंह चैहान की ओर से दिया गया एवं मैन ऑफ द मैच का पुरूस्कार गजेन्द्र जैजगाया की ओर से खिलाड़ी वसीम शेरानी को दिया गया वहीं प्रत्येक छक्का लगाने पर 2300 रू. का नगद पुरूस्कार भी अतिथीयों के द्वारा दिया गया। इसके अलावा बख्तावर क्रिकेट क्लब अमझेरा के सभी खिलाड़ीयों, ग्राउंड आर्मी के सभी बच्चों को भी अतिथियों के द्वारा मेडल पहना कर सम्मान किया गया। फायनल मैच की बेहतरीन अंपायरिंग करने पर निर्मल वास्केल व जितु सोलंकी एवं स्कोरिंग के लिए नारायण दीक्षित व उदय सोनी के साथ ही आयोजन के सभी सहयोगियों का मंच पर दुपट्टा पहना कर सम्मान किया गया।
इस तरह से रहा अंतिम ओवर का रोमांच- मैच के अंतिम ओवर में राजरोष्वर इलेवन कुन्दनपुर की टीम को जीत के लिए छ गेंद में 21 रन की जरूरत थी जिसमें पहली गेंद में कोई रन नहीं बना, दुसरी गेंद में छक्का जड़ दिया गया, तीसरी गेंद में दो रन मार दिये गये, चैथी गेंद में दो रन, पांचवी गंेंद में फिर से छक्का जड़ दिया गया एवं आखरी गेंद में चैका मारकर मैच को टाय कर दिया गया। मैच का रोमांच इतना बढ़ गया कि सुर्यास्त के बाद भी सैकड़ो दर्षक मैदान पर डटे रहे।