पूर्ण गणवेश के साथ हुए सम्मलीत हुए स्वयंसेवक
माही की गूंज, अमझेरा।
अमझेरा मंडल का पथ संचलन रविवार को सरस्वती शिशु मंदिर परिसर से निकाला गया। जिसमें विभाग व्यवस्था प्रमुख धार के द्वारा उपस्थित स्वयंसेवको को बौद्धिक देते हुए बताया कि, संघ का स्वयंसेवक धर्म और राष्ट्र की सेवा में लिए दृढ़ संकल्पित रहता है। जब आम आदमी स्वयंसेवक को गणवेश में देखता है तो उसमे एक सुरक्षा का भाव परिकल्पित होता है। उन्होने स्वयंसेवक के अर्थ के बारे में बताया कि, स्वयंसेवक एक ऐसा व्यक्ति होता है जो देश सेवा के लिएं संकल्पित हो नित शाखा में जाता हो और जो परिवार से पहले राष्ट्र के बारे में सोचता हो। इसके साथ ही उन्हौने बताया कि, समस्त हिन्दु समाज हमारा है उसमें कोई जाति, धर्म भेद नहीं आता क्योंकि जब एक स्वयंसेवक चलता है तो वह किसी धर्म, जाति या किसी समाज का नहीं बल्की वह हिन्दु समाज का होता है और समस्त हिन्दु समाज उसका होता हेै। जिन महापुरूषो ने जिन संतो ने जो कार्य किया था वह सकल हिन्दु समाज के लिए किया था इसलिए सभी समाजो, महापुरूषो व संतो के उत्सव हमें सम्मलीत रूप से सामुहिक रूप से मिलकर मनाना चाहिये।
इस मौके पर मंच पर खण्ड के संघचालक गोविंद गुप्ता व मण्डल कार्यवाह धर्मेन्द्र यादव भी मौजुद रहे। मंडल पथ संचलन में ग्राम अमझेरा सहीत अन्य ग्रामों के स्वयंसेवक बड़ी संख्या में सम्मलीत हुए एवं देशभक्ति के गीत गाते हुए एवं कदमताल मिलाते हुए नगर के प्रमुख मार्गो का उतसाहपूर्वक भ्रमण किया। संचलन का नगर में जगह-जगह पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।