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वरिष्ठ नागरिक श्री घीसालाल ने दिये व्यक्तित्व विकास के टिप्स
ब्रह्म मुहुर्त में उठें युवा और मोबाइल का करें सदुपयोग
माही की गूंज, बड़वानी।
पान, तम्बाखू, सिगरेट, शराब जैसे व्यसन मानव के बहुत बड़े शत्रु हैं। रात्रि में देर तक जागते रहना और सुबह विलंब से उठना बहुत नुकसानदायक है। ब्रह्म मुहुर्त में सुबह जल्दी उठकर अध्ययन करने पर स्मरण शक्ति प्रखर होती है। मोबाइल का सदुपयोग किया जाना चाहिए न कि उसका बहुउपयोग करके समय बर्बाद करना चाहिए। मोबाइल जब तक ज्ञान प्राप्ति का साधन रहता है, तब तक तो ठीक है, यदि यह इससे अलग उपयोगों में लाया जाता है तो युवाओं की प्रगति का मार्ग अवरूद्ध हो जाता है। हमारे खान-पान का भी हमारे व्यक्तित्व पर गहरा असर पड़ता है। शास्त्रों में कहा गया है कि जैसा खायेंगे अन्न, वैसा बनेगा मन। ये बातें प्राचार्य डाॅ. एनएल गुप्ता के मार्गदर्षन में कार्यरत शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बड़वानी के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्षन प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित व्यक्तितव विकास कार्यशाला में बड़वानी जिले के वरिष्ठ नागरिक घीसालाल ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहीं। उन्होंने रामचरितमानस से दृष्टांतों और पंक्तियों को उद्धृत करके उपयोगी संदेश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि, आत्म-सम्मान और अन्यजन का सम्मान, इन दोनों बातों का ख्याल रखना चाहिए। ऐसे स्थान पर कभी नहीं जाना चाहिए, जहां आपके जाने से लोग खुश न हों। जिस व्यक्ति का चरित्र उज्ज्वल होता है, उसका व्यक्तित्व स्वतः अद्वितीय हो जाता है। चरित्र निर्माण पर विशेष बल देवें।
कार्यकर्ता प्रीति गुलवानिया ने कहा कि, अनुभवजन्य ज्ञान से युवाओं को लाभान्वित करवाया गया। संचालन राहुल मालवीया एवं अरविंद बमनके ने किया। घीसालाल ने युवाओं से कुछ प्रश्न भी किए और सही उत्तर दिए जाने पर नकद पुरस्कार देकर प्रोत्साहित भी किया। आभार दीक्षा चैहान ने व्यक्त किया। आयोजन में सहयोग अंकित काग, किरण वर्मा, राहुल मालवीया, राहुल सेन, राहुल वर्मा, कोमल सोनगड़े, वर्षा मालवीया, नंदिनी अत्रे, रवीना मालवीया, डाॅ. मधुसूदन चैबे ने दिया।