Tuesday, 16 ,April 2024
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

थांदला माटी के संत 108 श्रीपुण्यसागरजी महाराज 19 वर्षों बाद करेंगें थांदला में मंगल प्रवेश, संघजनों में अपार उत्साह | ईद-उल-फितर की नमाज में उठे सैकड़ों हाथ, देश में अमन चैन, एकता व खुशहाली की मांगी दुआएं | ईदगाह से नमाज अदा कर मनाया ईद उल फितर का त्योहार, दिनभर चला दावतों का दौर | आबकारी विभाग द्वारा अवैध मदिरा के विक्रय के विरुद्ध निरंतर कार्यवाही जारी | श्री सिद्धेश्वर रामायण मंडल ने किया गांव का नाम रोशन | नागरिक सहकारी बैंक झाबुआ के भ्रत्य को अर्पित की श्रद्धांजलि | चुनरी यात्रा का जगह-जगह हुआ स्वागत | रक्तदान कैंप का हुआ आयोजन | रुपए लेने वाले दो व्यक्तियों का मंदिर में प्रवेश प्रतिबंधित, पुलिस कॉन्स्टेबल निलंबित | बस में मिली 1 करोड़ 28 लाख रुपए की नगदी एवं 22 किलो 365 ग्राम चांदी की सिल्ली | मानवता फिर हुई शर्मसार | आई गणगौर सखी देवा झालरिया आस्था का पर्व | दोहरे हत्याकाण्ड का में फरार सभी 14 आरोपियो की संपत्ति कुर्की हेतु की जाएगी कार्यवाही | नवीन शिक्षण सत्र के प्रथम दिन विद्यार्थियों को तिलक लगाकर किया स्वागत | श्रीसंघ ने कान गुरुदेव के उपकारों का याद करते हुए दी श्रद्धांजलि | बड़े हर्ष के साथ मनाई शीतला सप्तमी | रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया का किया स्वागत | धूमधाम से मनाया ईस्टर पर्व | शीतला सप्तमी मनाने के लिए प्रजापति समाज ने नगर में निकाला विशाल वरघोड़ा | पुलिस विभाग ने लाखों की अवैध शराब वाहन सहित की जप्त, वाहन चालक पुलिस को देख वाहन छोड़ भाग निकला |

गांधीवादी बाल कवि वैध का निधन
21, Mar 2021 3 years ago

image

माही की गूंज, थांदला

    क्षेत्र के वरिष्ठ स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी स्व. तुलसिरामजी वैध के पुत्र, भेरूलाल वैध के बड़े भाई, पत्रकार राजेश वैध के अंकल, गांधीवादी विचारों के धनी, सेवानिवृत्त शिक्षक बाल कवि बिहारीलाल वैध का 20 मार्च को पेटलावद में निधन हो गया। उनके निधन के समाचार मिलते ही नगर में शोक छा गया। 

    देश की आज़ादी की लड़ाई पत्रकारिता के माध्यम से शुरू करने वाले जिले के वरिष्ठ स्वतन्त्रता सेनानी व राज्यसभा सदस्य स्व. कन्हैय्यालालजी वैध  की साहित्य साधना, समाज एव राष्ट्र सेवा की गहरी छाप थांदला की माटी में जन्मे बिहारीलाल वैध के जीवन मे बाल्यकाल से ही धर कर गई थी। वे आजीवन खादी वस्त्र ही पहनते थे। 


माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |