अक्सर साधारण सी या अनजान जानी-जाने वाली वस्तु के प्रति हमारा ध्यान नहीं जाता, जबकि वह हमारे लिए बहुत हितकारी होती है। ऐसी ही एक साधारण सी सब्जी है "किकोड़ा", इसे कुछ लोग कंटोला तो कुछ मीठा करेला के नाम से भी जानते हैं। जब से कोरोना वायरस का कोहराम दुनिया में मचा है तो उस वायरस की आकृति को संचार माध्यमों पर देख-देख कर लोगों में उसके जैसे आकृति को देखकर सिहरन सी हो जाती है, इस सिहरन को दूर करने के लिए प्रकृति ने इन दिनों अपनी ओर से दुनिया की सबसे ताकतवर सब्जी के रूप में किकोड़े पेश किए हैं। आयुर्वेद में भी किकोड़े को मानव शरीर के स्वास्थ्य के लिए मुफीद माना है, इसमें गजब की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी है, इसके कुछ दिन के सेवन से ही शरीर में इसके जबरदस्त चमत्कार दिखाई देने लगते हैं।
आजकल के दौर में युवाओं के साथ ही हर आयु वर्ग में जंक फूड का इतना क्रेज बढ़ चुका है कि, लोग अपने शरीर को जरूरी ताकत देने वाली प्रकृति प्रदत्त वस्तुओं का सेवन कम ही करते हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि कुछ सब्जियां ऐसी होती हैं जिन्हें कुछ दिन खाने पर ही इसका फायदा मिल जाता है। ऐसी ही एक सब्जी है कंटोला जिसे आमतौर पर किकोड़ा कहा जाता है। इसे कुछ लोग मीठा करेला के नाम से भी जानते हैं। यह दुनिया की सबसे ताकतवर सब्जी है। इसे औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। इस सब्जी में इतनी ताकत होती है कि महज कुछ दिन के सेवन से ही आपका शरीर तंदुरुस्त बन जाता है या यूं कहें कि फौलादी बन जाता है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से "किकोडे" अगर आप अपनी रोजाना डाइट में शामिल करते हैं तो दूसरे तत्वों और फाइबर की कमी को भी यह पूरा करता है। आयुर्वेद में भी इसे सबसे ताकतवर सब्जी के रूप में माना गया है।
स्वाद के साथ प्रोटीन का प्रमुख जरिया
"किकोड़ा" स्वादिष्ट होने के साथ ही प्रोटीन से भरपूर होता है। इसे रोज खाने से आपका शरीर ताकतवर बनता है। कहा जाता है कि इसमें मीट से 50 गुना ज्यादा ताकत और प्रोटीन होता है। इसमें पाया जाने वाला फाइटोकेमिकल्स स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, इसकी एंटीऑक्सीडेंट क्षमता शरीर को साफ रखने में भी काफी सहायक होती है।
आमतौर पर किकोड़ा मानसून के मौसम में भारतीय बाजारों में देखा जाता है। इस सब्जी के प्रति अब लोगों का ध्यान ज्यादा जाने लगा है। भारत में पर्वतीय क्षेत्र में इसकी खेती के साथ ही दुनियाभर में भी इसकी खेती शुरू होने लगी है।
वजन घटाने में निपुण
किकोड़े में प्रोटीन और आयरन भरपूर होता है जबकि कैलोरी कम मात्रा में होती है। यदि 100 ग्राम किकोड़े की सब्जी का सेवन करते हैं तो 17 कैलोरी प्राप्त होती है। इसी वजह से वजन घटाने वाले लोगों के लिए यह बेहतर विकल्प है।
कैंसर से बचाव
इसमें मौजूद ल्युटेन जैसे केरोटोनोइडस विभिन्न नेत्र रोग, हृदय रोग और यहां तक कि कैंसर की रोकथाम में सहायक होता है।
पाचन क्रिया में सहायक
अगर आप इसकी सब्जी खाना पसंद ना करें तो अचार के रूप में भी इसका सेवन कर सकते हैं। आयुर्वेद में कई रोगों के इलाज के लिए इसे औषधि के रूप में प्रयोग करते हैं। पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में भी यह सहायक होता है।
उच्च रक्त चाप पर नियंत्रण
किकोड़े में पाया जाने वाला मोमोरडीसिन तत्व और फाइबर की अधिक मात्रा शरीर के लिए रामबाण ओषधि है। मोमोरेडीसिन तत्व एंटीऑक्सीडेंट, एंटीडायबिटीज और एंटीस्टे्रस की तरह काम करता है और वजन और उच्च रक्त चाप को नियंत्रित रखता है।
एंटीएलर्जिक भी है
किकोड़ा एंटी-एलर्जन और एनाल्जेसिक सर्दी-खांसी से राहत प्रदान करने और इसे रोकने में काफी सहायक है।
एक अनुरोध भी
अब इतना जानने के बाद कुदरत की इस देन को आप कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं, अतः आपसे अनुरोध है इस मौसम में प्रकृति प्रदत्त रामबाण ओषधि का सेवन जरूर कर प्रकृति को धन्यवाद कहें।
पाठक
निशिकांत मंडलोई, इंदौर