माही की गूंज, खरगोन।
जिले की स्व सहायता समूहों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए आजीविका मिशन प्रत्येक जनपद से 5-5 बिजनेस मॉडल तैयार किये जायेंगे। इसके लिए कलेक्टर सभागृह में आयोजित हुई आजीविका समूह की जिला स्तरीय समिति की बैठक कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने स्पष्ठ निर्देश दिए। कलेक्टर कुमार ने मोटे अनाज वाली फसलों के आटा निर्माण कर विक्रय, बकरी पालन तथा अलग अलग प्रोजेक्ट से जोड़ने के संबंध उपाय भी सुझाये। बैठक में कलेक्टर कुमार ने आगामी सत्र में छात्रों को प्रदान की जाने वाली गणवेश निर्माण के लिए समीक्षा भी की। इसके लिए गुणवत्ता पूर्ण कार्य के लिए अलग अलग तरह से निर्देशित भी किये। बैठक के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्रीमती ज्योति शर्मा, डीपीसी शैलेन्द्र कानुड़े, एनआरएलएम की पीओ श्रीमती सीमा निंगवाल और ब्लॉक स्तर के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
कपड़े के चुनाव के लिए मेला आयोजित होगा
छात्रों की कुल 2 लाख 53 हजार गणवेश का निर्माण करना है। इस कार्य को समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कराने के लिए सभी स्व सहायता समूहों को कपड़े के चुनाव के लिए अलग अलग व्यापारियों के साथ मेला आयोजित कराया जाएगा। जिसमें स्व सहायता समूह कपड़ा खरीदने के बाद बिलिंग आदि निर्धारित समय में करेंगे। इसके अलावा स्व सहायता समूह और स्कूल की मैपिंग भी की जाएगी। जिससे यह निर्धारित होगा कि किस स्कूल के छात्रों का कौन से स्व सहायता समूह द्वारा किया जाएगा।
छात्रों की फिटिंग के लिए स्कूलों में ही होगी नाप
बैठक में निर्देश दिए कि, छात्रां को गणवेश गुणवत्तापूर्ण होने के साथ साथ उसकी फिटिंग ठीक हो। इसके लिए सभी स्कूलों में ही नाप ली जाएगी। इसके लिए स्कूलों में कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। इसके बाद सिलाई केंद्रों पर गणवेश तैयार की जाएगी। 2 लाख 53 हजार गणवेश, 90 सिलाई केंद्रों पर 352 समूहों की 1564 महिलाएं बनाएगी। हालांकि कलेक्टर कुमार और महिला स्व सहायता समूहों को जोंडने के निर्देश दिये हैं।