Sunday, 15 ,September 2024
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

उपचुनाव परिणाम हुए घोषित | हिंदी दिवस पर विशेष: स्वाभिमान और गर्व की भाषा है हिन्दी | तेजादशमी के अवसर पर निकली निशान यात्रा | सरकार कहती है हम रोजगार देंगे, ग्रामीण कह रहे हमे रोजगार नही रोड दे दो | महाराजा होटल पर आबकारी की दबिश, शराब जप्त | गणपति बप्पा मोरिया की गूंज के साथ विराजे श्री गणेश | पुलिस चौकी पर संपन्न हुई शांति समिति की बैठक | हमारी भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म मे "चार" अंक का महत्व | तालाब में नहाने गए युवक की मिली लाश | बाइक दुर्घटना में दो की मौत, एक जख्मी, मेन ट्यूब के साथ बाईक का टायर हुआ अलग | किसान यूनियन के बैनर तले निकली ट्रैक्टर रैली | लावारिस हालत में मिली बिना नंबर की बाइक | स्थानीय आपत्तियों के साथ नीलामी प्रक्रिया अपूर्ण होने के चलते नीलामी प्रक्रिया निरस्त | बाइक का संतुलन बिगड़ने से खेत में गिरी, बाइक सवार की घटनास्थल पर मौत | तेज रफ्तार बस ने भैंस को मारी टक्कर, बड़ा हादसा होते-होते टला | मेडिकल स्टोर पर हुई कार्रवाई | बाईक-पिकअप की भिड़ंत, एक की मौत | यह कैसा सुशासन जहाँ बागड़ ही खेत खा रही है...! | 4 दुकानों की नीलामी 30 को | अणु पब्लिक स्कूल के बच्चों का कराटे में संभागीय स्तर पर हुआ चयन |

अतिथि शिक्षक है, लेकिन रोज बच्चों को पहाड़ से लेकर पहुंचती है अपने स्कूल
18, Dec 2021 2 years ago

image

माही की गूंज, बड़वानी।
        आज के समय में शासकीय शिक्षको को लेकर समाज में बड़ी नकारात्मक खबर चलती है। ऐसा नहीं कि सभी शिक्षक ऐसे हो, पर गेहूॅ के साथ धुन तो पिसता ही है। ऐसे में यदि कोई पहाड़ों के बीच से उतर कर विद्यार्थियों के साथ पैदल चलकर 3 किलोमीटर दूर अपने स्कूल पहुंचे और पढ़ाई करवाए, कक्षा हर समय भरी हो, तो उसे आप क्या कहेंगे। यदि यह महिला शिक्षिका हो उस पर अतिथि शिक्षिका हो, तो फिर आपका अतिथि शिक्षको के प्रति नकारात्मक सोच अवश्य बदल जाएगी। 
    यदि आप सेमलेट जा रहे है और साढ़े  10 बजे के लगभग आपकी गाड़ी गोलगाॅव क्रास कर रही है तो मार्ग पर एक अतिथि शिक्षिका 6-7 बच्चों के पीछे-पीछे चलते हुए दिख जाएगी। यह है श्रीमती सीमा सस्ते जो पहाड़ के उपर रहती है और अपने फल्या के 6-7 बच्चों को लेकर 10 बजे पहाड़ से उतरना प्रारंभ कर, लगभग 3 किलोमीटर सड़क पर चलते हुए अपने स्कूल प्राथमिक विद्यालय पहुंचती है। और शाम को पुनः इसी प्रकार बच्चों को लेकर पहाड़ चढ़ती है। 
    शिक्षिका की इस नियमितता और कर्तव्य परायणता के कारण उनकी कक्षा में हमेशा विद्यार्थियो की संख्या शत-प्रतिशत के लगभग होती है। कक्षा की हालत उतनी अच्छी तो नही (शहरों के समान साधन सम्पन्न) किन्तु विद्यार्थियों की हालत (साफ-सफाई और शैक्षणिक योग्यता) शहरों के स्कूलों से बेहतर नहीं तो कम भी नही है।
     श्रीमती सीमा सस्ते की इस कर्तव्य निष्ठा से अभिभूत कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा ने 26 जनवरी के राष्ट्रीय पर्व पर इस शिक्षिका को मुख्य अतिथि के हाथों सम्मानित कराने की घोषणा अभी से कर दी है।


माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |