
यहां तो हर चीज में हो रही मिलावट, घटिया सामग्री से बना नहर का पुलिया ओर नहर की पोल एक बारिश में खुली
यहां कौन करे कार्यवाही...!
माही की गूंज, बरवेट-पेटलावद।
रतलाम दौरे पर आये मुख्यमंत्री मोहन यादव के काफिले की 19 गाड़ियों में डीजल-पेट्रोल की जगह पता नही पम्प संचालक द्वारा क्या भरा की 19 की 19 गाड़ियां खड़ी हो गई और नाराज मुख्यमंत्री के निर्देश पर पेट्रोल पम्प सील कर दिया गया। इससे पहले भी कई पेट्रोल पम्पो पर इस प्रकार की शिकायतें आती रही है लेकिन पंप संचालकों पर कोई बड़ी कार्यवाही नही हुई।
खेर बड़े लोगो के साथ कुछ होता है तो प्रशासन एक्शन में आ जाता है लेकिन आम जनता भ्रष्टाचार और मिलावट की शिकार हो तो प्रशासन मुह देखता रहता है और कोई कार्यवाही नहीं करता।
मामला झाबुआ जिले के पेटलावद विकास खण्ड ग्राम बरवेट क्षेत्र का है यहां जलसंसाधन विभाग द्वारा कुछ महीने पहले बनाई गई नहर की पुलिया भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। ग्रामीणो का कहना है कि, विभाग के अधिकारियो ने पुलिया निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया है। जिससे पुलिया एक महीने के भीतर ही क्षतिग्रस्त हो गई। यह घटना न केवल सरकारी धन की बर्बादी है, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी परेशानी का कारण भी बन गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जलसंसाधन विभाग के बरवेट 01 तालाब की नहर जिस पर विभाग द्वारा नइ पुलिया का निर्माण एक माह पूर्व किया गया था। भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण के कारण नहर पर बनी पुलिया और नहर के क्षतिग्रस्त होना यह दर्शाता है कि विभाग के कर्मचारी अपने निजी लाभ के लिए इस प्रकार के घटिया निर्माण किया।
ग्राम गोठानिया के नागरिक भारत बंजारा ने बताया कि, पुलिया निर्माण में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। इसके निर्माण में घटिया सामग्री का भरपूर उपयोग किया गया है। स्टीमेट के हिसाब से पुलिया और नहर का निर्माण नही हुआ है। जिसके कारण पहली ही बरसात में घटिया निर्माण की पोल खुल गई है। एक माह हुए निर्माण के बाद क्षतिग्रस्त होना घटिया सामग्री का उपयोग करना दर्शाता है।
ग्राम गोठानिया के किसान गट्टू भगत ने बताया कि, नहर के ऊपर पुलिया का निर्माण एक महीने के भीतर ही क्षतिग्रस्त हो हो गई। क्वालीटी कि बात करे तो पुलिया की मोटाई एक इंच भी नही है। नीचे बेड भी सही नही बना जिससे नीचे की मोहर्रम बरसात होने से खिसक गई। और नहर में पानी आने से चार पांच जगह से टूट गई। जिसके रिसाव से खेतों में पानी घुस गया। फसलो को नुकसान हुआ वही एक कुए की दीवार भी टूटकर धराशाही हो गई। किसान अजय पवार ने बताया कि पुलिया क्षतिग्रस्त होने से पानी का बहाव मेरे खेत की ओर आया और मेरे खेत मे बने कुवें की पाल तेज बहाव से आये पानी के कारण बह गई, नहर के लिए बने पुलिया के घटिया निर्माण किया गया जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।