Saturday, 28 ,June 2025
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

मुख्यमंत्री जी गाड़ी के पेट्रोल-डीजल में खराबी मिली तो कार्यवाही | पीर बाबा की दरगाह पर हिंदू समाज की आस्था, अमावस्या पर लगता है मेला | कूप का पानी पीने से कई ग्रामीण उल्टी दस्त से पीड़ित | अनियंत्रित हुई गाड़ी ग्रामीण के मकान में घुसी | दो सगी बहनों की तालाब में डूबने से हुई मौत | मोहन राज में नौकरशाही बेलगाम | आखिर क्यों मजबूर हुए खवासावासी धरना प्रदर्शन के लिए | मुख्यमंत्री का हेलीपेड पर जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने किया स्वागत | लगातार बारिश और आंधी-तूफान से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली संकट, गर्मी में लोग हो रहे परेशान | आकाशीय बिजली गिरने से चार घायल, दो गंभीर | आधार कार्ड धारको से 100-100 रूपये की अवैध वसूली के साथ अन्य जानकारी कैसे पहुंची की बात से परेशान है विनय गुप्ता | नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले जाने के आरोप में युवक की दुकान पर चला बुलडोजर | पुलिस की पनाह ही अपराधों में कर रही बढ़ोतरी | दिया तले अंधेरा... कुम्हार के लिए फूटी हांडी भी नहीं... | अवैध रूप से निवासरत बांग्लादेशियों का भी देश निकाला हो... | एक ढाबा संचालक एवं साथियों ने दूसरे ढाबा संचालक जितेंद्र गेहलोत को जान से मारने का किया प्रयास | कछुआ गति से चल रहा कार्य ग्रामीणों को कब मिलेगा शुद्ध जल | तेज रफ्तार कार बनी मौत का कारण | कड़ी निंदा नहीं, कठोर कार्रवाई की आवश्यकता | 101 किलोमीटर रतलाम-झाबुआ रोड को बनाने की कवायद शुरू |

पीर बाबा की दरगाह पर हिंदू समाज की आस्था, अमावस्या पर लगता है मेला
26, Jun 2025 2 days ago

image

माही की गूंज, उज्जैन।

    उज्जैन जिले की दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव मुंडला सुलेमान में हर वर्ष आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन एक अनोखी परंपरा देखने को मिलती है। यहां *पीर बाबा* की दरगाह पर हिंदू समाज के लोग पूरी श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना करते हैं, जबकि विशेष बात यह है कि इस गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं रहता।

    राजपूत बहुल इस गांव में पीर बाबा की दरगाह पर हर वर्ष मेले का आयोजन होता है। इस दिन गांववाले पूजा, भजन, प्रसाद वितरण और नारियल अर्पण जैसे धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। यह परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है और आज भी ग्रामीण पूरे उत्साह और आस्था के साथ इसमें भाग लेते हैं।

    दरगाह पर फूल चढ़ाना, धूप-दीप जलाना और मन्नतें मांगना यहां आम दृश्य है। गांववाले मानते हैं कि पीर बाबा सच्चे मन से मांगी गई मन्नतों को जरूर पूरी करते हैं। इसी आस्था के चलते हर उम्र के लोग, बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग इस आयोजन में शामिल होते हैं।

इस दिन गांव में वातावरण बिल्कुल गैर माता पूजन जैसा बन जाता है, जहां धर्म से ऊपर उठकर भक्ति और आस्था का अनूठा संगम देखने को मिलता है।

यह आयोजन सांप्रदायिक सौहार्द और सांस्कृतिक विरासत का उदाहरण भी प्रस्तुत करता है, जहां धर्म की सीमाओं से परे जाकर ग्रामीणों की श्रद्धा और परंपरा जीवित है।


माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |