ग्रामीण यूवाओ के द्वारा अवैध शराब की गाड़ी को पकडकर किया पूलिस के हवाले।
शराब माफिया रिंकू भाटिया के गुर्गे हथियारबंद होकर कर रहे जिले मे अवैध शराब का कारोबार
माही की गूंज, अलीराजपुर।
अलीराजपुर जिले में दिन प्रतिदिन लूट-डकैती, चोरी, यात्री बसो को रोकना जेसी कई गतिविधिया संचालित हो रही है। मगर पूलिस का इस ओर ध्यान नही है। जिले की पूलिस का शराब माफियाओ का साथ खुलेआम साथ देना कही न कही ये दर्शाता है कि, शराब माफियाओ के आगे पूलिस बेबस है। जिसका ताजा उदाहरण है कि, कल ग्रामीण यूवाओ के द्वारा अवैध शराब की गाड़ी को पकडकर पूलिस के हवाले किया गया लेकिन पूलिस ने उस अवैध शराब से भरे वाहन को छोड दिया। इसमे शराब माफियाओ की गुंडागर्दी ओर अलीराजपुर जिले मे शराब माफिया रिंकू भाटीया का दबदबा बनाने मे जिले के प्रशासनिक अधिकारी की अहम भूमिका नजर आ रही है।
आपको यहां बता दे कि, पूर्व मे जितने भी शराब कंपनी के ठेके अलीराजपुर जिले मे हूए उसमे किसी ठेकेदार ने इतनी दबंगता नही दिखाई। लेकिन इस बार जो शराब का ठेका हूआ उसमे बडे-बडे शराब माफियाओ का इसमे शामिल होना ये दर्शाता है कि आदिवासी बाहुल्य जिले की हालत क्या होगी। शराब माफियाओ के द्वारा बेखौफ हथियारबंद होकर जिले मे बडे पैमाने पर अवैध शराब सप्लाई की जा रहा है। यहां शराब ठेकेदार के द्वारा कंपनी में यूपी-बिहार के लोग दूकानो पर काम कर रहे है, इनके शराब ऑफिस पर सैकडो लडके काम कर रहे है जिनकी जानकारी पूलिस ओर प्रशासन के पास शायद ही होगी। ऐसे मे अगर जिले मे कोई घटना किसी के साथ घट जाती है तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा...? क्योकि पूर्व मे धार जिले के कूक्षी में एक घटना घट चूकी है जिसमे शराब माफियाओ के द्वारा खूलेआम तहसीलदार ओर एसडीएम को बन्दूक के नोक पर बंधक बना लिया था। जिसमे शराब माफिया रिंकू भाटीया को भी आरोपी बनाया गया था। ये वही रिंकू भाटीया है जो अलीराजपुर जिले मे अपना साम्राज्य स्थापित करना चाहता है, वो भी गुंडागर्दी के दम पर...। अब देखना होगा की इन सबके पीछे किसका हाथ है जो शराब माफियाओ के आगे नतमस्तक है।