माही की गूंज, आम्बुआ।
आम्बुआ में राणा पूंजा भील के गाता की स्थापना रात्रि में की गई जिसमे समाज के रीति रिवाज के अनुसार गायन कर मूर्ति की स्थापना विधिविधान और आदिवासी पूजा पद्धति से की गई। जिसमे प्रदेश के अन्य जिलों से भील आदिवासी समुदाय के लोग शामिल हुए और इस आयोजन को सफल बनाया इस कार्यक्रम में भील आदिवासी समुदाय के लोग डीजे की धुन पर नाचते गाते सभा स्थल पर शामिल हुए और इस आयोजन को सफल बनाया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भील सेना संगठन बीते पंद्रह दिनों से दिन रात समाज के लोगो को कार्यक्रम स्थल तक लाने के लिए घर घर और गांव निमंत्रण देने गई। जिससे यह कार्यक्रम सफल हुआ। इस कार्यक्रम में भील सेना झाबुआ से जिलाध्यक्ष गब्बर वास्केल और उनकी टीम, दिनेश वसुनिया झाबुआ जिला कार्यवाहक अध्यक्ष, रवि भुरिया जिला उपाध्यक्ष, मेघनगर ब्लाक अध्यक्ष करण डामोर, रानापुर ब्लाक अध्यक्ष भारत डामोर, संजय डामोर, सुरेश डामोर, तारसिंह डामोर, विनोद डामोर और अन्य साथी, रामा ब्लाक भील सेना अध्यक्ष निनामा खरगोन भील सेना जिलाध्यक्ष योगेश करझले और पुरी टीम। धार से विक्रम सोलंकी, उनकी पुरी टीम। भील सेना प्रदेश प्रभारी तोलाराम बरगट, जसवंत, रतन, और उनकी पुरी टीम। पिथमपुर से ललीत भील और कमल दादा और उनकी टीम आलीराजपुर भील सेना जिलाध्यक्ष छतरसिंह मंडलोई, सारेंग बामनिया जिला कार्यवाहक जिलाध्यक्ष, सचिन कटारिया, कालु मेहड़ा, जोबट भील सेना टीम की ओर से राजेश भुरिया, युवा भील सेना अध्यक्ष प्रदीप मेहड़ा, सुनिल मेहड़ा, रोहित अजनार, विकास मेहड़ा और उनकी टीम। आलीराजपुर भील सेना ब्लाक अध्यक्ष संजय भुरिया और उनकी टीम। उदयगढ़ ब्लाक भील सेना ब्लाक अध्यक्ष धर्मेंद्र अजनार, विरेन्द्र वसुनिया और उनकी टीम। भाबरा भील सेना ब्लाक अध्यक्ष पर्वत बामनिया, अनिल बामनिया, युवा ब्लाक अध्यक्ष करण गणावा, सुरेश वसुनिया,विकेश सिंगाड़, वीनु खराड़ी, शरद गणावा,नरेश गणावा, शैतान सिंगाड़, कैलाश भुरिया और उनकी पूरी टीम। साथ ही भील सेना सुप्रीमो शंकर बामनिया और प्रदेश अध्यक्ष रमेश बघेल और पुरी भील सेना की टीम मौजूद रही। और इस कार्यक्रम में बाहर से आए वक्ताओं ने आदिवासी समाज को आगे केसे जागरूक रहकर समाज का विकाश करना है और आदिवासी भील समाज को केसे सफल समाज बनाना है इसके लिए वो तमाम मंत्र समाज के लोगो को दिए जिससे समाज का समुचित विकाश हो सके ।भील सेना सुप्रीमो शंकर बामनिया ने उन तमाम लोगो का जिन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस आयोजन को सफल बनाने में सहयोग दिया उनको मंच से धन्यवाद और जिला प्रशासन और पुलिस विभाग का बहुत बहुत आभार माना। भील गायक कलाकार अर्जुन मेड़ा का भी आभार माना जिसने आदिवासी गीतो की शानदार प्रस्तुति से आदिवासी समाज को मंत्रमुग्ध कर नाचने पर मजबूर कर दिया उनका भी धन्यवाद दिया। साथ ही भील समाज के गुरु भंवरलाल परमार और राजु वलवाई, अनिल कटारा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन तोलाराम भील तथा सभी का आभार रमेश बघेल ने व्यक्त किया।