सर्वधर्म सम्भाव का परिचय दिया, व्यास ने समाज जन व आतिथि का किया सम्मान
माही की गूंज, नानपुर।
स्थानीय देवी मंदिर मे चल रही श्रीमद भागवत महापुराण के चौथे दिन कथा वाचक मालवा माटी के संत प. शिव गुरु उन्हेल ने कहा कि, अगर श्रृद्घा और विश्वास के साथ श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करें तो जीवन सुखमय हो जाता है। साथ ही मोक्ष कि प्राप्ति होती है।शुक्रवार को जड़मित कथा, प्रहलाद चरित्र वर्णन किया शनिवार को कृष्ण जन्मोत्सव धूम धाम से मनाया गया। उन्होंने कहा कि, श्रीमद्भागवत पुराण सबसे महान है। इसे सुनने से राजा परीक्षित को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी। मानव जब इस संसार में जन्म लेता है तो चार व्याधि उत्पन्न होती हैं। रोग, शोक, वृद्घापन और मौत मानव इन्हीं चार व्याधियों से जूझता हुआ मायारूपी संसार से विदा होता है। सांसारिक बंधन में जितना बंधोगे उतना ही पाप के नजदीक पहुंचेगा इसलिए सांसारिक बंधन से मुक्त होकर परमात्मा की शरण में जाओ तभी जीवन रूपी नैय्या पार होगी। सात दिन से चल रही श्रीमद् भागवत कथा से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। कथा का आयोजन सर्व समाज कालिका माता मंदिर समिति द्वारा चैत्र नवरात्रि के पावन आवसर पर महापुरान भागवत ज्ञान गंगा का रसपान हर वर्ष देवी जी के मंदिर मे किया जाता है।
सती चरित्र के प्रसंग को सुनाते हुए भगवान शिव की कथा का भी पंडित शिव गुरु जी ने वर्णन किया। साथ भगवदाचार्य श्री कमलेश नागर जी नानपुर वाले द्वारा कथा स्थल मे कहा की मंदिर निर्माण व देवी भागवत सदस्य जुड़ने के लिए अधिक मात्र मे सहयोग देने अपेक्षा की चौथे दिन भगवान कृष्ण जन्म के साथ हुई आरती ने भक्तों को झूमने पर मजबूर कर दिया। भगवान श्री कृष्ण के जन्मोउत्सव् मुख्य यजमान राय परिवार की और से आरती, छप्पन भोग व महा प्रसादी का लाभ मिला। भागवत कथा के दौरान सभी समाज जानो व अतिथियों का दुपटा पहना कर व्यास पीठ से गुरु जी ने स्वागत किया। सेकड़ो की संख्या में श्रद्घालु भी मौजद रहे देवी मंदिर भागवत समिति व यजमान राय परिवार ने सात दिवस चल रही भागवत कथा मे अधिक अधिक आने का आग्रह किया।