क्या सहायक आयुक्त तक पहुंचेगी आंच...?
माही की गूंज, अलीराजपुर/जोबट।
प्रतापसिंह डावर खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) जोबट के संबंध में सोशल मीडिया में एक ऑडियो वायरल हुआ था। जिसके सम्बंध में माही की गूंज यूट्यूब न्यूज़ पोर्टल पर विस्तृत समाचार "शिवराज सरकार में भोपाल तक जाती है रिश्वत की पुष्टि करते अधिकारी" लगाया था। वायरल ऑडियो में छात्रावास अधीक्षिका का आरोप है कि, बच्चों के नाम से आने वाली राशि में से रिश्वत मांगी जा रही है। उक्त ऑडियो की वजह से प्रशासन की छवि धूमिल के संकल्प की अवहेलना है। अतः मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर राघवेंद्र सिंह द्वारा डावर को खंड शिक्षा अधिकारी के दायित्व से मुक्त करते हुए, इन्हें मूल संस्था माध्यमिक विद्यालय वांजाबयडा में शैक्षणिक कार्य करने हेतु आदेशित किया गया। साथ ही प्रकरण की जांच हेतु संयुक्त कलेक्टर सुश्री जानकी यादव को आदेशित किया गया है कि वे संपूर्ण प्रकरण की दो दिवस में जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
अब यहां यह सवाल भी उठता है कि, क्या खण्ड शिक्षा अधिकारी पर कार्रवाई के साथ उक्त मामले को दबा दिया जाएगा...? उक्त वायरल ऑडियो में सहायक आयुक्त की भी बात की गई थी। आम तौर पर देखा जाता है कि छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई कर मामले को दबा दिया जाता है।