Sunday, 08 ,September 2024
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

गणपति बप्पा मोरिया की गूंज के साथ विराजे श्री गणेश | पुलिस चौकी पर संपन्न हुई शांति समिति की बैठक | हमारी भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म मे "चार" अंक का महत्व | तालाब में नहाने गए युवक की मिली लाश | बाइक दुर्घटना में दो की मौत, एक जख्मी, मेन ट्यूब के साथ बाईक का टायर हुआ अलग | किसान यूनियन के बैनर तले निकली ट्रैक्टर रैली | लावारिस हालत में मिली बिना नंबर की बाइक | स्थानीय आपत्तियों के साथ नीलामी प्रक्रिया अपूर्ण होने के चलते नीलामी प्रक्रिया निरस्त | बाइक का संतुलन बिगड़ने से खेत में गिरी, बाइक सवार की घटनास्थल पर मौत | तेज रफ्तार बस ने भैंस को मारी टक्कर, बड़ा हादसा होते-होते टला | मेडिकल स्टोर पर हुई कार्रवाई | बाईक-पिकअप की भिड़ंत, एक की मौत | यह कैसा सुशासन जहाँ बागड़ ही खेत खा रही है...! | 4 दुकानों की नीलामी 30 को | अणु पब्लिक स्कूल के बच्चों का कराटे में संभागीय स्तर पर हुआ चयन | श्रावण मास परायण की हुई पूर्णाहुति | तेज़ रफ़्तार बस ने बाइक को मारी टक्कर, एक व्यक्ति की मौत 2 गंभीर घायल | भोले शंभू भोलेनाथ, बोल बम बोल बम के नारों के साथ निकले कांवड़ यात्री | प्रजापति श्री संघ ने किया पौधरोपण | अवंतिकानाथ भगवान महाकाल की नगरी में डमरू नाद का बनाया विश्व रिकॉर्ड |

झोलाछाप डॉक्टरों का अडा बना नगर
18, Dec 2022 1 year ago

image

झोलाछाप के हौंसले बुलंद मरीजों की जान से कर रहे खिलवाड़

अधिकारी भी सोए चेन की नींद, आदिवासियों के लिए यमराज बने झोलाछाप डॉक्टर

माही की गूंज, जोबट।

        नगर में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है। चाय की गुमटियों जैसी दुकानाें में झोलाछाप डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। मरीज चाहे उल्टी, दस्त, खांसी, बुखार से पीड़ित हो या फिर अन्य कोई बीमारी का सभी बीमारियों का इलाज यह झोलाछाप डॉक्टर करने को तैयार हो जाते हैं। खास बात यह है कि झोलाछाप डॉक्टरों के पास डिग्री नही है, फिर भी वहां मरीजों का बड़े से बड़ा इलाज करते है। जिसमें कई बार मरीज की हालत बिगड़ती है तो उससे आनन-फानन में जोबट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अथवा जिला अस्पताल अलीराजपुर भेज दिया जाता है। जबकि यह लापरवाही स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की जानकारी में भी है।

आस पास के क्षेत्रों में नहीं मिल पा रहा इलाज, जिसके चलते झोलाछाप डॉक्टरों की हुई चांदी-चांदी

         बताया जा रहा है कि, जोबट के आस पास के क्षेत्रों में जहां सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सुविधाएं नहीं हैं। इसका फायदा सीधे तौर पर झोलाछाप डॉक्टर उठा रहे हैं। वहीं जानकारी में कई आदिवासियों अनुसार गांव में सरकारी इलाज की सुविधा नहीं है। समीप के जोबट जाना पड़ता है। बीमार होने पर झोलाछाप डॉक्टरों से ही इलाज कराना पड़ता है।

बिना लाइसेंस के दवाओं का भंडारण भी करते हैं डॉक्टर

        झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा बिना पंजीयन के एलोपैथी चिकित्सा व्यवसाय ही नहीं किया जा रहा है। बल्कि बिना ड्रग लाइसेंस के दवाओं का भंडारण व विक्रय भी अवैध रूप से किया जा रहा है। दुकानों के भीतर कार्टून में दवाओं का अवैध तरीके से भंडारण रहता है। भांडेर अनुभाग में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई वर्षो से अवैध रूप से चिकित्सा व्यवसाय कर रहे लोगों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। इन दिनों मौसमी बीमारियों का कहर है। झोलाछाप डॉक्टरों की दुकानें मरीजों से भरी पड़ी हैं। गर्मी व तपन बढ़ने के कारण इन दिनो उल्टी, दस्त, बुखार जैसी बीमारियां ज्यादा पनप रही हैं। झोलाछाप इन मर्जों का इलाज ग्लूकोज की बोतलें लगाने से शुरू करते हैं। एक बोतल चढ़ाने के लिए इनकी फीस 500 से हजार रुपए तक होती है।


माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |