Sunday, 24 ,September 2023
RNI No. MPHIN/2018/76422
: mahikigunj@gmail.com
Contact Info

HeadLines

अपने निर्धारित समय से पांच घण्टे विलंब से पहुंची आक्रोश यात्रा, हजारों की संख्या में पहुंचे कांग्रेसी कार्यकर्त्ता | तेज वर्षा के बावजूद जन आक्रोश यात्रा के लिए मैदान में डटा रहा जन समूह | जनजाति कार्य विभाग में चल रही भारी गड़बड़ी, कलेक्टर मेडम जरा रिकॉर्ड भी खंगाल लो | सुस्त पुलिस के हत्थे अब तक नही चढ़े बलात्कारी गेंग के आरोपी, अवैध शराब मामले में भी आरोपी तक तय नही | विधायक ने ग्रामों में किया 200 से अधिक श्री गणेश की मूर्तियों का वितरण | पंचेड़ में युवक की चाकू घोंप कर की हत्या, गाँव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात | भाजपा खेल सकती है नए चेहरे पर दाव | पुराने तालाब का वेस्टवेयर नहीं होने के कारण फूटने की जताई जा रही संभावना | गांव के आसपास घूम रहे दो जंगली तेंदुए, ग्रामीणों में भय का माहौल | अचानक रोड पर गिरा पेड़, प्रशासन के इंतजार के बजाए ग्रामीणों ने किया मार्ग शुरू | भ्रष्टाचार हो रहा था जब जाग जाते तो आज अतिवृष्टि पर नही फटता बिल | जोरदार बाढ़, नालापुर होने से मांगोद-मनावर टुलेन मार्ग हुआ अवरूद्ध | थांदला जनपद के बेडावा के समीप फूटा तालाब आठ से अधिक बह जाने की सुचना बच्चे के साथ तीन शव अलग अलग स्थानों से मिले | पावागढ़ दर्शन हेतु सैकड़ो भक्तों को निजी खर्च पर ले गए दीपक चौहान | विधायक यादव ने नर्मदा किनारे बाढ ग्रस्त गावों का किया दौरा, प्रभावितों को हर संभव दी जाएगी सहायता | अतिथि शिक्षको की नियुक्ति मे हो रहा खेल, अंधा बाट रहा अपने-अपने को रेवड़ी | पति को खो चुकी लाडली बहना को दो साल बाद भी नही मिली उपादान की राशि | ट्रांसफार्मर पर गिरा पेड़, क्षतिग्रस्त हुआ ट्रांसफार्मर बड़ा हादसा टला | जन आशीर्वाद यात्रा पर बारिश का साया, आज पेटलावद विधानसभा में करेगी प्रवेश | बेपटरी हुई हजरत निजामुद्दीन, बड़ी दुर्घटना राहत ट्रेन रवाना |

हर्षोल्लास से मनाया टंट्या मामा का शहादत दिवस
Report By: फिरोज पठान 04, Dec 2022 9 months ago

image

माही की गूंज, नानपुर।

         आज नानपुर में चौराहे पर टंट्या भील की फोटो लगाकर शहादत पर माल्यार्पण किया। टंट्या भील को कभी इतिहास में छुपाया गया, कभी पुस्तकों में छुपाया गया। आज जगह-जगह आदिवासियों के बीच में इतिहास के पन्नों से खोलकर सामने ला रहे हैं। सारे राजनीतिक दल टंट्या  के नाम से पुकारने लगे इसी को रॉबिनहुड सूर्यकांत भगवान टंट्या भील के नाम से जाने जाते हैं।

         मध्यप्रदेश का जननायक टंट्या भील आजादी के आंदोलन में उन महान नायकों में शामिल है, जिन्होंने आखिरी सांस तक अंग्रेजी सत्ता की नाक में दम कर रखा था। टंट्या भील को आदिवासियों का रॉबिनहुड भी कहा जाता है, क्योंकि वो अंग्रेजों के भारत की जनता से लूटे गए माल को अपनी जनता में ही बांट देते थे। टंट्या भील को टंट्या मामा के नाम से भी जाना जाता है। आज 4 दिसंबर को उनका बलिदान दिवस जगह-जगह मनाया जा रहा है।  

         समाजिक कार्यकर्ता नवलसिंह मंडलोई ने कहा कि, आज सरकार भी टंट्या भील की मूर्ति जगह-जगह लगाने की घोषणाएं कर रही है और लगा रही है। टंट्या भील आदिवासियों का भगवान माना जाता है इसलिए सरकार को भी उन्हें याद करने के मजबूर किया। आदिवासी के अपने कुशल नेतृत्व क्षमता से आदिवासियों को सामाजिक एकता में पिरोने वाले एवं अपनी संस्कृति को बाहरी प्रभाव से बचाने वाले वीर टंट्या मामा को हम शत शत नमन करते हैं। 

         इस अवसर पर जयस के मालसिंह तोमर, महेश चौहान, नवलसिंह बघेल, बापू कनेश, बबलू बामनिया, दिलीप वसूनिया, भीलसिंह बघेल, हार्दिक बघेल, मुकेश चौहान अधिक संख्या में समाज जनों के द्वारा माल्यार्पण कर अर्धांजलि अर्पित की।


माही की गूंज समाचार पत्र एवं न्यूज़ पोर्टल की एजेंसी, समाचार व विज्ञापन के लिए संपर्क करे... मो. 9589882798 |