30 प्रतिशत आबादी रात भर रही अंधेरे में
माही की गूंज, आम्बुआ।
आम्बुआ कस्बे में पंचायत प्रांगण क्षेत्र में लटकती झूलती बिजली केबल एक बार फिर से ट्रक से टूट जाने से लोगों को रात भर अंधेरे में गुजारने की परेशानी झेलने को मजबूर होना पड़ा। लगभग 13 घंटे बाद बिजली की आपूर्ति सम्भव हो सकी।
कस्बे की एक विडंबना है कि, यहां बिजली प्रदाय कब बाधित हो जाए कुछ कह नही सकते विशेषकर पंचायत प्रांगण क्षेत्र में कहा नहीं जा सकता। विगत वर्षों में बिछाई गई घटिया केबल का खामियाजा यहां के लोगों को उठाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। पंचायत प्रांगण क्षेत्र में डाली गई फाइबर केबल दो खंभों के बीच की दूरी अधिक होने तथा बीच में कोई सहारा नहीं होने से वह लटककर झूलती रही रहती है। केबल नीचे होने के कारण ट्रक, डंफ़र, बस आदि निकलने पर वह वाहन से टकरा जाती है और टूटकर फाल्ट हो जाती है। अभी तीन-चार दिन पूर्व एक कपास से भरे ट्रक में केबल फॉल्ट के कारण उठी चिंगारी से कपास में आग लग गई थी जिसे मजदूरों आदि ने बुझाया और एक बड़ा हादसा टल गया। एक जनवरी की रात लगभग 11 बजे यहीं से एक ट्रक इस केबल के नीचे से गुजरा तथा उसके घर्षण से बिजली केबल में फाल्ट हुआ और वह टूट गई जिस कारण पंचायत क्षेत्र से लेकर हरिजन आवास, इंदिरा आवास, मावड़ी फलिया, समधनी फलिया क्षेत्र में रात 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिजली गुल रही। कस्बे की लगभग 30 प्रतिशत आबादी को अंधेरे में रात गुजारना पड़ी। फ्रिज में रखा सामान खराब हो गया। 2 जनवरी को बिजली कर्मचारियों ने टूटी केबल को बड़ी मशक्कत के बाद बदला, तब कहीं जाकर 13 घंटे बाद क्षेत्र में बिजली आपूर्ति सुचारू हो सकी। इस बार बिजली कर्मचारियों ने केवल को रस्सी के सहारे पंचायत भवन के ऊपरी मंजिल की रेलिंग से बांधा है ताकि वह झूले नहीं भविष्य में पुनः केबल शायद नहीं टूटे ऐसा प्रयास किया गया।