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कोरोना मे जोबट के लोग जिंदगी और मौत की जुझ रहै थे तब मुख्यमंत्री आंसू पोछने क्यों नहीं आए- पूर्व मंत्री बच्चन
आदिवासी अत्याचार एवं कोरोना कुप्रबंधन पर जोबट की जनता से माफी मांगे शिवराज
माही की गूंज, अलीराजपुर।
म.प्र. कांग्रेस कमेटी कार्यवाहक अध्यक्ष एवं पूर्व ग्रहमंत्री बाला बच्चन ने बुधवार को अलीराजपुर जिला मुख्यालय पर एक पत्रकार वार्ता ली। इस दौरान जोबट विधानसभा उपचुनाव प्रभारी रवि जोशी, उपचुनाव मीडिया प्रभारी विक्की खोंगल और सिद्धार्थ राजावत उपस्थित थे। श्री बच्चन ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान की जोबट चुनावी सभा को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री की यात्रा महज एक नौटंकी है। मुख्यमंत्री शिवराज को जोबट की जनता से वोट नहीं बल्कि माफी मांगनी चाहिए। मुख्यमंत्री की चुनावी यात्रा और आदिवासी संवाद को आड़े हाथों लेते हुए बच्चन ने कहा, शिवराज पहले यह बताए की उन्होंने जोबट की जनता के लिए पिछले 17 वर्षो में क्या किया। बच्चन ने मुख्यमंत्री चैहान से सवाल किया कि, जब कोरोना महामारी के दौरान जोबट के हजारों लोग जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे थे तब शिवराज उनके आंसू पोछने क्यों नहीं आए..? मुख्यमंत्री आदिवासी अत्याचार एवं कोरोना कुप्रबंधन पर जोबट की जनता से माफी मांगे।
चयनित शिक्षकों और बेरोजगारो पर लाठीचार्ज करवाते हे मुख्यमंत्री
जिस प्रकार खरीद-फरोख्त करके प्रदेश में लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई कमलनाथ सरकार को गिराया गया। उसके बाद से लगातार प्रदेश में आदिवासियों के उत्पीड़न एवं आदिवासी महिलाओं पर अत्याचार में बढ़ोतरी हुई है। बच्चन ने नेमावर का जघन्य हत्याकांड, नीमच मे आदिवासी युवक की पिटाई कांड, खंडवा, खरगोन, गुना इत्यादि में आदिवासियों के साथ हुए अत्याचार का जिक्र करते हुए आदिवासी में कटौती का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने जिले के चयनित शिक्षकों और बेरोजगार युवकों पर भोपाल में हुए लाठीचार्ज की भी निंदा की। बच्चन ने कहा कि, 11वीं 12वीं और कॉलेज की में पढ़ने वाले आदिवासी छात्रों की 135 करोड़ की राशि कम कर दी। वही मप्र सरकार ने लाखों रुपए की स्कॉलरशिप रोक दी है, इस तरह से कुल 227 करोड़ की स्कॉलर आदिवासी बच्चों की रोक दी गई है, यह शिक्षा से आदिवासी बच्चों को वंचित करने का काम है। इसी तरह बैकलॉग के लगभग डेढ़ लाख पद खाली है जो कि, आज तक नहीं भरे गए हैं। दूसरी ओर शिवराज सिंह चैहान की सरकार ने न तो आदिवासी दिवस पर अवकाश दिया और न ही आदिवासियों को आदिवासी दिवस मनाने दिया, बल्कि कांग्रेस ने यदि कहीं इस तरह के आयोजन किए भी तो उन पर लाठियां बरसाई गई। कोरोना में काल कवलित हुए 156 पुलिस कर्मियों के परिवार 50-50 लाख रुपए देने की घोषणा सरकार ने की थी, लेकिन आज तक यह राशि उन्हें नहीं दी गई।
प्रशासन की कार्यप्रणाली ओर निष्पक्षता को लेकर उठाए सवाल
श्री बच्चन ने मुख्यमंत्री चोहान की सभा के दौरान जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली और जोबट उपचुनाव की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए है। इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी निर्वाचन आयोग को शिकायत दर्ज करवार दोनो अधिकारियों को तत्काल हटाने की मांग करेंगी। बच्चन ने कहा कि, मुख्यमंत्री चोहान ने मंच पर सवाल किया कि कांग्रेस ने 70 वर्ष में क्या किया है।
उसी सभा में भाजपा प्रत्याशी सुलोचना रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि, उन्हाने एवं उनके ससुर कई बार इसी क्षैत्र से विधायक रहते हुए हमारे परिवार ने यहां पर बहुत विकास कार्य किया है। जिससे मुख्यमंत्री कि बात मंच पर ही गलत साबित हो गई। मुख्यमंत्री के महुंए की शराब वाले कथन पर बच्चन ने कडी प्रतिक्रिया देते हूए कहा है क्या मुख्यमंत्री जोबट के शिक्षित आदिवासी युवाओ को शराब के दलदल में फसाना चाहते है। शायद इसीलिए रोजगार के अवसर कि, बात न करके मंच से महूंए कि शराब की बात कर रहे है। जबकि जिले में नकली अवैध शराब बनाने का काम जोरो पर चल रहा है, शासन-प्रशासन इसे रोकने में पूरी तरह नाकाम साबीत हो रही है। उन्होने कहा कि आज महंगाई चरम पर है, पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, खाद्य पदार्थ की वस्तुएं के दामों मे बेतहाषा बढोतरी हो रही है। महंगाई को लेकर आम जनता परेशान होकर जूझ रही है। अब समय आ गया है जनता इस जनविरोधी अत्याचारी प्रदेश की भाजपा सरकार को जवाब देगी और कांग्रेस के पक्ष में अपना मतदान कर जोबट में कांग्रेस प्रत्याशी को विजयश्री दिलाएगी।